रोजा किन चीजों से टूट जाता है, किससे नहीं? एक क्लिक में जानें सारे जवाब

फिलहाल रमजान का मुकद्दस महीना चल रहा है, जिसमें दुनियाभर के मुसलमान रोजे रखते हैं और ज्यादा-से-ज्यादा अल्लाह की इबादत में मशगूल रहते हैं. इस्लाम में रमजान का महीना बहुत ज्यादा अहमियत रखता है, जो कि इस्लामिक (हिजरी) कैलेंडर का 9वां महीना होता है. भारत में माह-ए-रमजान का आगाज 2 मार्च 2025 को हुआ था. हर साल रमजान में 29 या 30 रोजे रखे जाते हैं, जिनके बाद ईद-उल-फितर मनाई जाती है. इस बार ईद-उल-फितर 30 मार्च या 1 अप्रैल को मनाई जा सकती है. हालांकि, ईद कब मनाई जाएगी, इसकी कंफर्म डेट चांद के दीदार होने पर ही पता चल पाएगी.
रहमतों का महीना है रमजान
रमजान का महीना रहमतों, बरकतों और मगफिरत वाला महीना कहा जाता है. ऐसा कहते हैं कि रमजान में अल्लाह तआला अपने बंदों के बड़े से बड़े गुनाहों को भी माफ कर देता है. इसलिए रमजान को सबसे क़ुदसी (पाक) और बेहतरीन महीना माना जाता है. रमजान के आखिरी 10 दिन हर मुसलमान के लिए बहुत अहमियत रखते हैं, क्योंकि इन 10 दिनों में पैगंबर मुहम्मद को अल्लाह तआला की तरफ से कुरआन की आयतें मिली थीं यानी आसमान से कुरआन नाजिल हुआ था.
रोजेदारों के लिए रमजान का महीना सिर्फ रोजे रखने के लिए नहीं, बल्कि इबादत करने, नेकी के कामों को बढ़ाने और खुद को एक अव्वल शख्स बनाने का बेहतरीन ज़रिया होता है. जैसा कि सबको इस बात का इल्म है कि रमजान का महीना रोजे रखने का महीना होता है, लेकिन जब बात आती है रोजे रखने की तो लोग छोटी-छोटी गलतियां कर देते हैं, जिससे उनका रोजा या तो टूट जाता है या फिर मकरूह (खराब) हो जाता है.
रोजा टूटने से जुड़े सवाल
रोजे को लेकर लोगों के ज़हन में कई सवाल होते हैं मसलन – क्या उल्टी होने से रोजा टूट जाता है, क्या आई ड्रॉप डालने से रोजा टूट जाता है, क्या लिपस्टिक लगाने से रोजा टूट जाता है और क्या ब्लड डोनेट करने से रोजा टूट जाएगा. इनके अलावा भी लोगों के ज़हन में कई सवाल आते हैं, जिनका जवाब आपको हम इस आर्टिकल में देंगे. ऐसे में अगर आप भी माह-ए-रमजान में रोजे रख रहे हैं, तो आपको दिल्ली की फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम डॉ. मुफ्ती मोहम्मद मुकर्रम अहमद के हवाले से बताते हैं कि रमजान में रोजा किन चीजों से टूट सकता है और किन चीजों से नहीं.
रोजा किन चीजों से टूट सकता है? (Things that break your roza)
रोजा रखने के दौरान इन कामों से रोजा टूट सकता है: –
- बीड़ी, सिगरेट, हुक्का, पान, तंबाकू पीना या खाना
- अगरबत्ती या लोबान का धुआं जानबूझकर सूंघना
- वुजू के दौरान कुल्ला करते समय पानी अंदर चला जाना
- नाक, कान या गले में किसी तरह का ड्रॉप या दवा डालना
- सेहरी और इफ्तार के बीच में जानबूझकर कुछ खाना या पीना
- दांत में फंसा हुआ खाना निगलना
- बिना बीमारी के इंजेक्शन लगवाना
- जिस्म के अंदर खून या ग्लूकोज चढ़ाना
किस करने से रोजा टूटता है क्या?
रोजे के समय जो अपनी बीवी यानी पत्नी का बोसा करने यानी माथे पर किस करने से रोजा नहीं टूटता है. हालांकि, रोजे की हालत में होंठ पर किस करने से रोजा टूट सकता है.
क्या थूक निगलने से क्या रोजा टूट जाता है?
रोजे में बाहर से कुछ भी शरीर के अंदर जाने से रोजा टूट जाता है. हालांकि, थूक तो शरीर के अंदर ही होता है, इसलिए थूक निगलने से रोजा नहीं टूटता है.
क्या खून बहने से रोजा टूट सकता है?
रोजे के दौरान खून देने यानी ब्लड डोनेट करने से रोजा नहीं टूटता है. किसी की जान बचाने के लिए रोजे की हालत में खून देना इस्लाम में जायज है.
क्या लिपस्टिक लगाने से रोजा टूट जाता है?
लिपस्टिक लगाने से रोजा नहीं टूटता है, लेकिन अगर लिपस्टिक होंठों से अंदर चली जाए या आपको उसे बार-बार खाने की आदत है, तो रोजा टूटने का डर हो सकता है.
क्या उल्टी होने से रोजा टूट जाता है?
उल्टी होने से रोजा नहीं टूटता है. लेकिन अगर जानबूझकर उल्टी की जाए, तो इससे रोजा टूट जाता है. अगर आपको किसी परेशानी यानी बीमारी का वजह से उल्टी हो रही है, तो भी रोजा नहीं टूटता है.
क्या डकार आने से रोजा टूट जाता है?
डकार लेने से रोजा नहीं टूटता, लेकिन अगर डकार के साथ कुछ खाना बाहर आ जाए तो उसे थूक देना चाहिए. अगर उसे जानबूझकर निगल लिया जाए तो इससे रोज़ा टूट जाता है.
क्या सूंघने से रोजा टूट जाता है?
किसी भी तरह की कोई खुशबू सूंघने से रोजा नहीं टूटता है. हालांकि, जानबूझकर अगरबत्ती या लोबान का धुआं सूंघने से भी रोजा टूट सकता है.
क्या आई ड्रॉप डालने से रोजा टूट जाता है?
रोजेदार रोजे की हालत में अगर कान, नाक आंख की दवा डाले, तो इसमें कोई बुराई नहीं है और इससे उसका रोजा टूटता नहीं है. हालांकि, रोजे में इन चीजों से बचना चाहिए.
क्या ब्लड टेस्ट देने से आपका रोजा टूट जाता है?
रोजे के दौरान ब्लड टेस्ट कराना जायज है. ब्लड टेस्ट कराने के लिए नहीं तोड़ना चाहिए और ब्लड टेस्ट कराने से रोजा नहीं टूटता है.
क्या खून निकलने से रोजा टूट जाता है?
अगर किसी जख्म से खून निकल जाए, तो रोजा नहीं टूटता. हालांकि, अगर मुंह में खून निकल आए या मसूड़ों से खून निकलने लगे और उसे निगल लिया जाए, तो रोजा टूट जाता है.
क्या कान में दवा डालने से रोजा टूट जाता है?
रोजे की हालत में कान में दवा डाल सकते हैं. कान में दवा डालने से रोजा नहीं टूटता, बशर्ते कि दवा गले या पेट में न जाए. अगर वो दवा कान के जरिए गले या पेट में जा रही है, तो रोजा टूट जाएगा.
क्या इंजेक्शन लगाने से रोजा टूट जाता है?
रोजे के वक्त इंजेक्शन से रोजा नहीं टूटता है. अगर इंजेक्शन इलाज के मकसद से लगाया गया है तो फिर रोजा नहीं टूटता है. लेकिनइंजेक्शन या किसी भी जरिए से कोई ऐसी चीज पहुंचना जिससे शरीर को ताकत या गिज़ा मिले, उससे भी रोजा टूट जाएगा.
क्या ब्रश करने से रोजा टूट जाता है?
अगर आप टूथपेस्ट या माउथवॉश को निगलने से बचते हैं और अच्छी तरह से कुल्ला कर लेते हैं, कि ज़रा सा पानी अंजर न जा पाए, तो ब्रश करने से रोजा नहीं टूटेगा. अगर ब्रश करते समय टूथपेस्ट या माउथवॉश ज़रा सा भी अंदर चला जाए, तो इससे आपका रोजा टूट सकता है.
क्या रोजे में खून चढ़ा सकते हैं?
रोजे की हालत में अगर आप बिना किसी बीमारी के शरीर में दवा या खून चढ़वाते हैं, तो रोजा टूट जाता है.
क्या गलती से कुछ खाने/पीने पर रोजा टूट जाता है?
अगर आप रोजे की हालत में गलती से कुछ खा लेते हैं या पी लेते हैं, तो रोजा नहीं टूटता है. ऐसा होने पर आपको रोजा बीच में नहीं तोड़ना चाहिए.
रोजा किन चीजों से मकरूह हो जाता है?
रोजा रखने के दौरान गीले कपड़े पहनने, दांत निकलवाने, जानबूझकर मुंह में थूक निकलना, इफ्तार में जल्दी करने आदि जैसे कामों से रोजा टूटता नहीं है, लेकिन रोजा मकरूह हो जाता है. रोजे की हालत में चुगली करना, किसी का दिल दुखाना, चोरी करना, इंटरनेट का गलत इस्तेमाल करना, किसी को गाली देने से भी रोजा मकरूह हो जाता है.
रोजा टूटने पर क्या करना चाहिए?
रोजा टूटने पर या जानबूझकर रोजा तोड़ने पर कफ्फारा अदा करना पड़ता है. कफ्फारा करने के लिए ये तरीके अपनाए जा सकते हैं: – 60 दिन तक लगातार रोजा रखना, 60 गरीबों को खाना खिलाना या फिर अपनी कमाई के मुताबिक दान करना.