साच पास में कभी भी बिगड़ सकता है मौसम, ज्यादा देर तक न रुकें पर्यटक
तीसा: मैदानी क्षेत्रों में पड़ भरी भीषण गर्मी से निजाते पाने के लिए पर्यटक इन दिनों पर्यटन नगरी डल्हौजी और खजियार के बाद साच पास में काफी संख्या में रोजाना पहुंचे रहे हैं। सैलानियों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए प्रशासन भी सतर्क हो गया है, ताकि किसी प्रकार का कोई हादसा न हो। इसके लिए प्रशासन ने सैलानियों को सुबह और शाम के समय साच पास में नहीं रुकने का परामर्श दिया है। सुबह और शाम के समय साच पास में ठहरना सैलानियों के लिए मुसीबत बन सकता है।
साच पास बर्फ के पहाड़ों से घिरा है और यहां मौसम किसी भी समय करवट ले सकता है, इसलिए प्रशासन ने सैलानियों को दोपहर के समय ही साच पास में रुकने की सलाह दी है। साच पास इन दिनों सैलानियों से गुलजार हो चुका है। सैलानियों की गाड़ियों की लंबी लाइनें साच पास में लग रही हैं। एसडीएम चुराह शशि पाल शर्मा ने बताया कि साच पास एक ऐसा जोत है, जहां कब बर्फबारी शुरू हो जाए, इसका किसी को भी अनुमान नहीं है। मौसम के बदलने से पर्यटक वाहन फंस भी सकते हैं, इसलिए उन्होंने कहा कि पुलिस के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन करें।