महिलाओं की पूर्ण भागीदारी से साकार होगी विकसित भारत की संकल्पना: किरण चौधरी

भिवानी,(ब्यूरो): राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने कहा कि महिलाओं की पूर्ण भागीदारी से ही विकसित भारत की संकल्पना को साकार किया जा सकता है। महिलाओं की भागीदारी के बिना समाज एवं राष्ट्र का विकास संभव नहीं है । वे रविवार को चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो दीप्ति धर्माणी की अध्यक्षता में आयोजित देवी अहिल्याबाई होलकर सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में सशक्त एवं अनेक सकारात्मक कदम उठा रही है जिसके अब सार्थक परिणाम आने लगे हैं और आने वाले समय में देश में एक तिहाई आरक्षण के साथ महिलाएं नेतृत्व करेंगी। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियों पर हमें पूर्णतया गर्व है । महिलाएं आज विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी हैं और अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि हम भारतीय ज्ञान परंपरा का अनुसरण करें और पश्चिम सभ्यता से केवल अच्छी बातें ग्रहण करें। उन्होंने कहा कि देवी अहिल्याबाई होल्कर का महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान है हमें उनके आदर्शों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के अंतर्गत भिवानी में स्पोर्ट्स कॉलेज खोलने की मांग को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान से बात करेंगी। उन्होंने विश्वविद्यालय कि कुलपति प्रोफेसर दीप्ति धर्मानी एवं समस्त प्रशासन द्वारा संचालित कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि वह महिलाओं के कार्यों के लिए सदैव तत्पर रहेगी और उनसे जो भी संभव होगा वो महिलाओं के लिए करेंगी । उन्होंने विश्वविद्यालय की सात दिवसीय थिएटर वर्कशॉप का भी शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि उनके लिए यह बहुत-बहुत शान है कि पूर्व मुख्यमंत्री स्व.चौधरी बंसीलाल के नाम पर यह विश्वविद्यालय स्थापित करवाने में उनका और तत्कालीन सांसद श्रुति चौधरी का बड़ा योगदान है। विशिष्ट अतिथि भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो सुदेश छिकारा ने कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में आयोजित देवी अहिल्याबाई होलकर सम्मान समारोह के सफल एवं सुंदर आयोजन के लिए कुलपति प्रो दीप्ति धर्माणी एवं कुलसचिव डॉ भावना शर्मा सहित समस्त विश्वविद्यालय परिवार बधाई का पात्र है। वक्ता राष्ट्रीय सेविका समिति की महासचिव प्रो अंजली जैन ने कहा कि देवी अहिल्याबाई होल्कर 300 वर्ष पूर्व महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए थे जिनको हम आज पूर्ण रूप में देख सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वह देवी अहिल्याबाई होल्कर, रानी लक्ष्मीबाई, वीर माता जीजाबाई को अपना आदर्श मानकर जीवन में आगे बढ़ें। उन्होंने देवी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन प्रसंगों पर प्रकाश डालते हुए विस्तृत विचार रखे। कुलसचिव डॉ भावना शर्मा ने सभी अतिथियों,प्रतिभागी विद्यार्थियों,विजेता खिलाडिय़ों एवं उनकी माताओं,प्रशिक्षकों,आयोजन समिति,मीडिया का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया। मंच का संचालन डॉ स्नेहलता ने किया। इस अवसर पर पूर्व रजिस्ट्रार प्रो. आत्म प्रकाश शर्मा,
राम प्रताप शर्मा, हरि सिंह, अमर सिंह, मीनू अग्रवाल, प्रो ललिता गुप्ता,प्रो संजीव कुमार, प्रो एसके कौशिक, प्रो सुनीता भरतवाल, प्रो विपिन जैन, डॉ सुरेश मलिक, प्रो नितिन बंसल, प्रो मयंक किंगर, डॉ रविप्रकाश,डॉ ऋषि पाल, डॉ लखा सिंह, सहायक कुलसचिव डॉ रेखा जांगड़ा एवं बलजीत शर्मा, कीर्ति चौहान,संतोष भाकर,हरीश शर्मा हालुवासिया आदि मौजूद रहे।