हमें शिक्षा के साथ-साथ आध्यात्म की शिक्षा भी लेनी चाहिए: बीके सुमित्रा
भिवानी, (ब्यूरो): आज मानव कामयाबी के लिए उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहा है लेकिन वह मानसिक व आत्मिक रूप से शांत नहीं है। इसलिए उन्हें उच्च शिक्षा के साथ-साथ आध्यात्म की शिक्षा भी ग्रहण करनी होगी तभी वह संपूर्ण रूप से कामयाब हो सकेगा। यह बात प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज की शाखा सिद्धि धाम प्रमुख राजयोगिनी बीके सुमित्रा बहन ने शिक्षक दिवस के अवसर पर हनुमान जोहड़ी मंदिर में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कही। सम्मान समारोह का आयोजन हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा. पवन शर्मा की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें उपस्थित शिक्षकों को डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन अवार्ड से सम्मानित किया गया। बीके सुमित्रा बहन ने कहा कि हमें अपने जीवन में आध्यात्म को जरूर अपनाना चाहिए ताकि हम मानसिक व आत्मिक रूप से स्वस्थ बन सकें। कार्यक्रम के दौरान वीर शहीद सुरेश कुमार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल मिताथल की प्राचार्या राज रानी ने कहा कि बौद्धिक विकास के लिए आध्यात्म ही एक ऐसा रास्ता है जिस पर चल कर हम अपने जीवन स्तर को सरल और सुगम बना सकते हैं। शिक्षा के साथ-साथ अगर आध्यात्म का भी समावेश हो तो हम किसी भी कठिनाई का सामना प्रबल रूप से कर सकते हैं। जिस प्रकार शिक्षा में पेपर पास करना होता है उसी प्रकार जीवन में कई प्रकार के पेपर आते हैं जिनको आध्यात्म के जरिए सरलता से पास किया जा सकता है। कार्यक्रम में बीके सुशील, बीके कमला, बीके मंजू, बीके वंदना, बीके भीम सिंह चौहान समेत अनेक शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया।




