पंजाब में बड़ा अनाज घोटाला, आरोपी अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश
बठिंडा के पनसप सेंटरों के भंडारण को लेकर भारी अनियमितताएं सामने आई है।
चंडीगढ़ : बठिंडा के पनसप सेंटरों के भंडारण को लेकर भारी अनियमितताएं सामने आई है। यहां गेहूं खुर्द-बुर्द और खराब होने से पनसप को 4 करोड़ , 68 लाख, 48 हजार, 600 रुपये का नुकसान हुआ है। जांच में करीब आधा दर्जन अधिकारियों की मिलीभगत सामने आई है। पनसप ने पहले मामले की जांच की जिम्मेदारी पहले रिटायर्ड एडिशनल सेशन जज को बतौर जांच अधिकारी सौंपी थी।
उनकी जांच संबंधी रिपोर्ट के आधार पर फैक्ट फाइंडिंग अफसर के तौर पर टायर्ड एडिशनल सेशन जज को लगाया गया। उन्होंने जांच में आरोपी अधिकारियों से लंबी पूछताछ के बाद घोटाला पाया। रिपोर्ट के आधार पर अधिकारियों को तुरंत रिकवरी की सिफारिश पर अब पनसप की मैनेजिंग डायरेक्टर मुनाल गिरी ने आरोपी अफरसों ककी पहचान कर उनसे रिकवरी के आदेश जारी कर दिए हैं। अगर आरोपी रिकवरी की निर्धारित रकम अदा नहीं देते तो उनके खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज की जा सकती है।
सेवानिवृत्त हो चुके हैं 2 अधिकारी
दरअसल 2012-13 में करीब 11 वर्ष से चली बठिंडा की गेहूं की लिफ्टिंग में बड़ी अनियमितताओं की शिकायत की जांत में उस समय संबंधित केंद्रों में तैनात 5 अधिकारी और कर्मचारी शामिल पाए गए थे। इनमें 2 अधिकारी अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इनमें 2 अधिकारी अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। कार्यकारी अधिकारियों के वेतन से पैसे काट कर रिकवरी के लिए जारी आदेशों में कहा गया है कि अगर आरोपी रिकवरी की निर्धारित रकम अदा नहीं देते तो एफ.आई.आर. दर्ज की जाए।