देश के चुनावी माहौल में जहां सत्तारूढ़ पार्टी ने 400 पार का नारा दिया है. लेकिन इस ‘गारंटी’ पर सही मायनों में जीत तो शेयर बाजार ही बुलंद कर रहा है. भारतीय शेयर बाजार हर दिन अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ रहा है. मंगलवार को भी ऐसा ही हुआ और शेयर बाजार ने एक नया रिकॉर्ड बनाया. देश में एक तरफ जहां नव विक्रम संवत्सर (हिंदू नव वर्ष) का त्यौहार मनाया जा रहा है, तब सेंसेक्स ने 75,000 अंक के ऑल टाइम हाई स्तर को पार कर लिया है. वहीं एनएसई निफ्टी भी बढ़त के रुख के साथ खुला है.
सेंसेक्स और निफ्टी ने बनाया नया रिकॉर्ड
सुबह के कारोबार में सेंसेक्स 75,124.28 अंक पर खुला, जो उसका ऑलटाइम हाई लेवल है. जबकि सोमवार को ये 74,742.50 अंक पर बंद हुआ था. सुबह रिकॉर्ड बनाने के बाद सेंसेक्स में मामूली गिरावट देखी गई, लेकिन जल्द ही बाजार ने रिकवर कर लिया और सुबह 9 बजकर 55 मिनट पर ये 300 अंक की बढ़त के साथ 75,045.52 अंक पर ट्रेड हो रहा है.
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के इंडेक्स ‘निफ्टी 50’ ने भी मंगलवार को एक नया रिकॉर्ड बनाया. ये 22,765.10 अंक पर खुला. जबकि सोमवार को ये 22,666.30 अंक पर बंद हुआ था. इसमें बढ़त का रुख बरकरार है और सवेरे 10 बजे इसमें 47 पॉइंट की तेजी के साथ 22,713.35 अंक पर ट्रेड हो रहा है.
चुनाव का भी असर बाजार पर
शेयर बाजार में बढ़त की एक वजह देश में चल रहा चुनावी माहौल भी है. एक तरफ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी 400 से ज्यादा सीट की गारंटी दे रही है. वहीं मंगलवार को पार्टी अपना घोषणा पत्र भी जारी करने जा रही है, जिसमें कई अहम वादों का ऐलान हो सकता है जैसे कि किसान सम्मान निधि की राशि में बढ़ोतरी, महिलाओं के लिए विशेष योजना. इससे भाजपा सरकार के सत्ता में लौटने की उम्मीद बढ़ी है. बाजार का इस पर रिएक्ट करना बनता है, क्योंकि बाजार हमेशा सरकार के लेवल पर स्थिरता को पसंद करता है.
दुनिया के संकेत दे रहे शेयर बाजार को बढ़त
भारतीय शेयर बाजारों में बढ़त का रुख दिखने के पीछे कई इंटरनेशनल और घरेलू वजह शामिल हैं. अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में कटौती को लेकर की गई घोषणाओं ने बाजार को बढ़त दी है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का निवेश घरेलू बाजार में बढ़ रहा है, जिससे मार्केट को ऊपर उठने में मदद मिल रही है.
वहीं दूसरी ओर कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजे आने शुरू हो गए हैं. साथ ही इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के प्राइस में गिरावट आई है. इसका फायदा शेयर बाजार को मिल रहा है.