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नैनीताल के घोड़ाखाल सैनिक स्कूल पहुंचे राज्यपाल .जर्नल(से.नि,) गुरमीत सिंह पासिंग आउट कैडेटों को किया संबोधित

नैनीताल : ले.जर्नल(से.नि.)गुरमीत सिंह ने आज सैनिक स्कूल घोड़ाखाल में पासिंग आउट कैडेटों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने 50वें बैच में एन.डी.ए.पास किया था, जबकि आज वाले 152वें बैच के हिस्सा बनेंगे। उन्होंने स्कूल की लड़कियों की तारीफ करते हुए कहा कि वो भी लंबे बाल होने के कारण एक नाटक में लड़की बने थे।
नैनीताल जिले में भवाली के सैनिक स्कूल घोड़ाखाल में पासिंग आउट परेड के मौके पर राज्यपाल ले.जर्नल(से.नि.)गुरमीत सिंह मुख्य ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत कर दीप प्रज्वलित किया। शाम को स्कूल पहुंचकर राज्यपाल ने पासिंग आउट छात्रों, प्रधानाचार्य और शिक्षकों के साथ एक ग्रुप फोटोग्राफ में हिस्सा लिया। उन्होंने स्कूल बैंड के बेहतरीन प्रदर्शन पर तारीफ की। राष्ट्रगान के बाद कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। छात्राओं ने महादेव शिव शम्भो का नृत्य दिखाया, भ्रूण हत्या कानूनी अपराध से शुरू हुआ नाटक कन्या जन्म, भेदभाव और फिर उसके महिला फौजी ऑफिसर बनने और शहीद होने तक का सफर दिखाया गया। छात्रों ने पेट्रोटिसम पर एक गीत गाया। राज्यपाल ने दस कैडेटों को सम्मानित किया निसमें अर्जुन, नितिन, कार्तिकेय धपोला, गुरप्रीत सिंह, समर्थ खत्री, लोकेश जोशी, प्रणव पाण्डे, वैभव कसाना, के अग्रवाल। कैडेट शिवराज को बेस्ट कैडेट दिया गया। इस मौके पर सैनिक स्कूल के प्रिंसिपल ग्रुप कप्तान वीरेंद्र सिंह डंगवाल, कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति वीरेंद्र सिंह रावत, पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति,
उजाला के डायरेक्टर हरीश कुमार गोयल आदि शामिल रहे।
राज्यपाल ने कहा कि आज के दिन ने उन्हें 57 वर्ष पहले की याद दिला दी है। उन्हें लग रहा है जैसे वो पास आउट हो रहे हैं। कहा कि घोड़ाखाल के स्कूल बैंड में अद्भुत रंग था, क्योंकि उसमें बेटियां थी। राज्यपाल ने अपना एक किस्सा बताते हुए कहा कि पहले लड़कियां नहीं होती थी, तो सरदार(सिक्ख)ही महिला बना करते थे। उन्होंने भी ‘मंकीज पौ’ नामक नाटक में श्रीमती नाईट(महिला)का रोल प्ले किया था। छात्रों से कहा कि शिक्षक बाद में आपको ईश्वर का रूप लगेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि कैडेट एन.डी.ए.के 152वें कोर्स में जाएंगे जबकि उन्होंने 50वें कोर्स को किया था। कहा कि राष्ट्र प्रेम में जो नशा है, वो किसी और में कहां है।

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