जन्मजात एवं विकसित क्षमता ही सर्वोच्च पद प्राप्ति की नींव : शिरतन गुप्ता
वैश्य मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल में आयोजित द्वि -दिवसीय वार्षिकोत्सव व पुरस्कार वितरण समारोह
भिवानी (ब्यूरो): जन्मजात एवं विकसित क्षमता ही सर्वोच्च पद प्राप्ति की नींव होती है। यह बात वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट एवं वैश्य मॉडल प्रबंधसमिति के अध्यक्ष व अधिवक्ता शिवरतन गुप्ता ने वैश्य मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल में आयोजित द्वि -दिवसीय वार्षिकोत्सव व पुरस्कार वितरण समारोह के अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि पुरस्कार वितरण समारोह प्रेरणा का पर्व है; ईष्र्या का नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वयं को इतना विकसित कीजिए कि आप जीवन में नित नई बुलंदियों को छूते रहें। उन्होंने कहा कि आज वैश्य मॉडल स्कूल के विद्यार्थी अपना नाम न केवल परिवार, शहर, राज्य ,राष्ट्र वरन विश्वभर में ऊंचा कर रहे हैं।
अपने उद्बोधन में उन्होंने बताया कि आज के समारोह में 28 लाख रुपए के नकद पुरस्कार व स्मृति चिह्न विद्यार्थियों, शिक्षक व गैर शिक्षक वर्ग को देकर पुरस्कृत किया जाएगा । उन्होंने घोषणा की किविद्यालय का प्राइमरी विभाग पूर्ण रूप से वातानुकूलित कर दिया गया तथा जल्दी ही सीनियर विभाग को भी वातानुकूलित कर दिया जाएगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ समारोह अध्यक्ष शिवरतन गुप्ता व सुनीता गुप्ता, विशिष्ट अतिथि श्री विजय किशन अग्रवाल , सुरेश गुप्ता, कार्यक्रम के स्वागत अध्यक्ष पवन कुमार बुवानीवाला , प्राचार्या कमला गुरेजा आदि सभी सम्मानित अतिथियों ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण कर किया। विद्यालय बैंड ,एनसीसीकैडेट्स और स्काउट्स एवं गलर््गाइडस ने बैंड की मधुर धुन और करतल ध्वनि से मुख्यातिथि और गणमान्य लोगों का भव्य स्वागत किया। इस समारोह में श्रीमती मधु बुवानीवाला ,विदेश अग्रवाल, सुंदरलाल गोटे वाला ,पूर्व कोषाध्यक्ष कमलेश चौधरी ,प्रवीण गर्ग, नंदकिशोर अग्रवाल, पवन अग्रवाल ,वैश्य कॉलेज प्राचार्य संजय गोयल, प्रोमिला सिहाग, महेश गर्ग,वैश्य इंटरनेशनल स्कूल के प्राचार्य करतार सिंह जाखड़ ,समस्त शिक्षकवृंद ,अभिभावकगण, शहर के गणमान्य एवं प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे । इस अवसर पर प्राचार्या कमला गुरेजा द्वारा सभी उपस्थित महानुभावों का शब्दों एवं पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया। द्वि- दिवसीय समारोह में विद्यालय के विद्यार्थियों ने अनेक रंगारंग एवं भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश वंदना की शानदार प्रस्तुति से हुआ। छोटे- छोटे विद्यार्थियों ने शानदार स्वागत नृत्य की प्रस्तुति देकर जन-जन को मंत्र मुग्ध कर दिया । जहां धमाकेदार हरियाणवी घोड़ी नृत्य ने धूम मचाई वहीं विद्यालय के ड्रामेबाज विद्यार्थियों ने नाटिका वृद्धाश्रम के माध्यम से मानवीय संवेदनाओं को बखूबी उकेरा। देशभक्ति से परिपूर्ण कव्वाली ने उपस्थित जन समुदाय को भाव विभोर कर दिया। तान्हाजी नृत्य नाटिका के माध्यम से विद्यार्थियों ने मराठा एवं शिवाजी की संस्कृति का उत्कृष्ट मंचन किया।
वर्तमान में योग के महत्व को दर्शाते हुए विद्यालय के विद्यार्थियों ने त्रिदेव योग मुद्रा में भिन्न-भिन्न योग मुद्राओं के माध्यम से उपस्थित लोगों को स्वस्थ रहने का संदेश दिया। क्लासिकल नृत्य की प्रस्तुति से विद्यालय प्रांगण तालियों से गूंज उठा ।’प्राण जाए पर वचन न जाए ‘नाटक का मंचन करते हुए मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम ने अपनी माता कैकेयी के दिए वनवास में अनुशासन ,कर्तव्य परायणता और दृढ़ निश्चयी होने व आज्ञा पालन की शानदार प्रस्तुति दी । द्वि दिवसीय वार्षिकोत्सव के पहले दिन प्राचार्या कमला गुरेजा ने प्रगति विवरण पढ़ते हुए विद्यालय की जिला, राज्य ,राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तरीय उपलब्धियां का वर्णन किया।