हरियाणा

लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका, सांसद बृजेंद्र सिंह ने दिया इस्तीफा, कांग्रेस में हुए शामिल

राष्ट्रीय न्यूज़ डेस्क । नई दिल्ली । संवाददाता । National politics : देश में लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे है। इससे पहले ही हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी bjp haryana को बड़ा झटका लगा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे सांसद बृजेंद्र सिंह Mp Brijender singh ने भाजपा छोड़ दी है। उन्होंने कांग्रेस ज्वॉइन कर ली है।

कांग्रेस जॉइनिंग के बाद बृजेंद्र सिंह ने कहा-” मैं आज भाजपा से इस्तीफा देकर कांग्रेस ज्वाइन कर रहा हूं। मैं पार्टी के पूरे नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं। इसके साथ साथ मैं ये जरूर करना चाहूंगा कि कुछ राजनीतिक ऐसे कारण थे, जिसके कारण मुझे ये निर्णय लेना पड़ा। किसानों के कुछ ऐसे मुद्दे थे, जिसको लेकर में भाजपा में असहज था। मजबूरी में मुझे ये फैसला लेना पड़ा।”

हिसार से भाजपा सांसद चौधरी बृजेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया (X) पर अपने इस्तीफे की जानकारी दी। उन्होंने एक्स पर लिखा कि ‘मैंने राजनीतिक कारणों से भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। मुझे हिसार के संसद सदस्य के रूप में सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह का आभार व्यक्त करता हूं।

बृजेंद्र सिंह ने बीजेपी से इस्तीफा देने के बाद अपने पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के साथ दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस का ‘हाथ’ थाम लिया। बात 2019 के लोकसभा चुनावों की करें तो भाजपा ने सभी 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी। हिसार से भाजपा के कैंडिडेट बृजेंद्र सिंह 314068 वोटों से चुनाव जीते थे। 2019 के लोकसभा चुनावों में नौकरशाह से नेता बने बृजेंद्र सिंह ने जेजेपी के दुष्यंत चौटाला और भव्य बिश्नोई जो उस समय कांग्रेस के साथ थे उन्हें हराकर हिसार लोकसभा सीट जीती थी। वह केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं और आईएएस की नौकरी छोड़कर चुनावी दंगल में उतरे थे। पूर्व बीजेपी सांसद बृजेंद्र सिंह के पिता बीरेंद्र सिंह 2022 तक राज्यसभा सदस्य रहे। वह पांच बार 1977, 1982, 1994, 1996 और 2005 में उचाना से विधायक चुने गए और तीन बार प्रदेश सरकार में मंत्री रहे हैं। बीरेंद्र सिंह 1984 में हिसार लोकसभा क्षेत्र से ओमप्रकाश चौटाला को हराकर सांसद बने थे।

हालांकि अभी उनके पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह के भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल होने को लेकर कोई जानकारी नहीं आई है। बता दें कि पिता-पुत्र लगातार हरियाणा में भाजपा को जजपा से गठबंधन तोड़ने की बात कर रहे थे।

हरियाणा को लेकर भाजपा उम्मीदवारों की अभी कोई लिस्ट नहीं आई है, लेकिन चर्चा यह है कि पहली लिस्ट में 6 उम्मीदवारों के नाम फाइनल हो चुके हैं। जिसमें बृजेंद्र सिंह की टिकट कटने या फिर उनकी इच्छा के मुताबिक सीट न मिलने की बात सामने आ रही है। इन हालातों को देखते हुए बृजेंद्र ने भाजपा छोड़ने का फैसला लिया।

बृजेंद्र सिंह के इस्तीफे के बाद भाजपा की हरियाणा में सरकार की सहयोगी जजपा का रास्ता अब साफ हो गया है। सूत्रों के मुताबिक अब भाजपा हरियाणा में गठबंधन की सहयोगी जजपा को एक लोकसभा सीट दे सकती है। संभावना है कि हिसार लोकसभा सीट से जजपा डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को उम्मीदवार बनाया जाए। हालांकि जजपा के नेता अभी तक गठबंधन को लेकर संशय में है, इसकी वजह यह है कि अभी तक भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से इसको लेकर कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिए गए हैं

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