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कांग्रेस पर हमला, एनडीए सांसदों को मंत्र… संसदीय दल की बैठक में क्या-क्या बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के संसदीय दल की बैठक की अध्यक्षता की. तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद संसद के पहले सत्र के दौरान सत्तारूढ़ दल के सांसदों के साथ उनकी ये पहली बातचीत थी. एनडीए की यह बैठक ऐसे समय में हुई जिस समय संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा चल रही है. बैठक में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है.

एनडीए का हर सांसद इस बैठक में मौजूद था. पीएम का माला पहनाकर संसदीय दल की बैठक में भव्य स्वागत किया गया. उन्होंने एनडीए की जीत पर खुशी जाहिर की है. पीएम ने कहा लगातार तीन बार जीतना बड़ी बात है. पंडित जवाहरलाल नेहरू के सामने आज की चुनौतियां नहीं थीं, फिर वो जीते थे. हमारे सामने तमाम चुनौतियों के बाद भी इतनी बड़ी जीत एनडीए को मिली.

‘चाय वाले का पीएम बनना हजम नहीं कर पा रही कांग्रेस’

पीएम मोदी ने नए सांसदों को नसीहत दी है कि दिल्ली के कल्चर और मीडिया में बयानबाजी से बचें. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि एक परिवार से कई पीएम बने और कुछ सुपर पीएम बने. उन्हे एक चाय वाले का पीएम बनना हजम नहीं होता इसलिए वो बार-बार हम पर हमला करते हैं.

प्रधानमंत्री ने नए सांसदों से अपील करते हुए कहा कि वे ज्यादा से ज्यादा संसद की कार्यवाही में हिस्सा लें. अपने लोकसभा क्षेत्र के विषयों को उठाएं. सभी सांसदों को देश सेवा को सर्वोपरि रखना है. सांसदों को अपना व्यवहार और आचरण ठीक रखना चाहिए. साथ ही साथ सांसदों को संसद के नियम के अनुसार आचरण करना चाहिए. संसद सदस्यों को जिन विषयों पर विशेष रुचि है, उसको शेयर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हर सांसद को परिवार सहित पीएम संग्रहालय में जाना चाहिए. हर सांसदों को अपने जड़ से जुड़ा रहना चाहिए. इधर-उधर भाषण की बजाए बेहतर ढ़ंग से अपनी बात उचित फोरम पर रखना चाहिए.

पीएम मोदी के दिए मंत्र फॉलो करेंगे एनडीए सांसद

एनडीए संसदीय दल की बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, ‘आज प्रधानमंत्री ने हमें एक मंत्र दिया जो बहुत महत्वपूर्ण है. प्रधानमंत्री ने एनडीए सांसदों से संसद के नियमों, संसदीय लोकतंत्र प्रणाली और आचरण का पालन करने का आग्रह किया जो एक अच्छा सांसद बनने के लिए आवश्यक है. मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री का यह मार्गदर्शन सभी सांसदों, खासकर पहली बार के सांसदों के लिए एक अच्छा मंत्र है. हमने इस मंत्र का पालन करने का फैसला किया है.’

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