न्यूज़ डेस्क उत्तरप्रदेश । नोएडा । राजेश शर्मा । नोएडा के सेक्टर 63 ए, में बंदरों के आतंक के कारण निवासियों में असुरक्षा व भय माहौल है, जिसपर त्वरित कार्रवाई किये जाने की आवश्यकता है।
आरडब्ल्यूए अध्यक्ष व उत्तरप्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल, नोएडा के वरिष्ठ महामंत्री मनोज भाटी ने मीडिया को जारी एक बयान में कहा कि सेक्टर 63 ए, नोएडा में बंदरों के आतंक से न केवल उनकी दिनचर्या को प्रभावित किया है, बल्कि यहां रहने वाले लोगों के बीच भय और असुरक्षा का माहौल उत्पन्न कर दिया है।
उन्होंने बंदरों द्वारा उत्पन्न होनेवाली निम्न समस्याओं को अवगत कराया।
1. पानी की आपूर्ति बाधित होना : बंदर नियमित रूप से पानी की पाइपलाइनों को तोड़ देते हैं, जिससे पानी की आपूर्ति प्रभावित होती है और निवासियों को गंभीर असुविधा का सामना करना पड़ता है।
2. बच्चों पर हमला : बंदर बच्चों को काटने के लिए दौड़ते हैं, जिससे वे घर से बाहर खेलने में डरते हैं और मानसिक तनाव का सामना करते हैं।
3. आर्थिक नुकसान : बंदर घरों से सामान उठा कर ले जाते हैं, जिससे निवासियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।
4. शारीरिक चोटें : बंदरों के आक्रामक व्यवहार के कारण कई बार चोटिल होने की घटनाएँ हो चुकी हैं, जो क्षेत्रवासियों के लिए एक गंभीर सुरक्षा जोखिम है।
उन्होंने कहा कि उपरोक्त समस्या के समाधान हेतु स्थानीय स्तर पर प्रयास किए गए हैं, लेकिन प्राधिकरण द्वारा अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। यहां स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि अब इसे तत्काल और प्रभावी तरीके से निपटने की आवश्यकता है जो निम्न है:
1. वन विभाग की विशेष टीम तैनात की जाए : क्षेत्र में बंदरों को पकड़ने और उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए विशेष वन विभाग की टीम को तैनात किया जाए।
2. सामाजिक जागरूकता : निवासियों को बंदरों से बचने के उपायों के बारे में जागरूक किया जाए, ताकि लोग सही तरीके से खुद को सुरक्षित रख सकें।
3. सुरक्षा उपायों को सख्त किया जाए : क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने और बंदरों के आक्रामक व्यवहार को नियंत्रित करने के लिए त्वरित कदम उठाए जाएं।उ
न्होंने प्राधिकरण से इस मामले कोगं भीरता से लेकर शीघ्र कार्यवाही करने की मांग की है।