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BJP के विरोध के बाद भी नवाब मलिक को क्यों बनाया उम्मीदवार? अजीत पवार ने बताई ये वजह

महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के लिए अब एक हफ्ते का वक्त रह गया है. राजनीतिक रैलियों ने जोर पकड़ लिया है. वोटर्स को लुभाने की कोशिश की जा रही है. दाऊद इब्राहिम के करीबी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल जाने वाले नवाब मलिक मानखुर्द शिवाजी नगर सीट से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजीत पवार) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. सहयोगी दलों के नहीं चाहने के बाद भी अजीत पवार ने नवाब मलिक को अंतिम समय टिकट दे ही दिया. अब उन्होंने इस मामले में अपनी सफाई दी है.

बीड जिले में चुनाव प्रचार करने पहुंचे उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने अपनी चुनावी जनसभा के दौरान यह दावा किया कि उनकी पार्टी से 10 फीसदी मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया है. अजीत पवार ने कहा, “मैंने उम्मीदवार तय करने के दौरान मुस्लिम समाज का भी ख्याल रखा. मैंने अपनी पार्टी के कोटे से 10 प्रतिशत टिकट मुस्लिम नेताओं को दिया है.”

अजीत पवार ने क्या कहा

उन्होंने कहा, “मुम्ब्रा- कलवा विधानसभा सीट से नजीब मुल्ला को देखो. मैंने नवाब मलिक को टिकट दिया. इसके लिए बहुत से लोगों ने विरोध किया. फिर भी मैंने टिकट दिया और उनके चुनाव प्रचार में भी गया. उनकी बेटी सना मलिक को भी टिकट दिया. जीशान को टिकट दिया जिनके पिता बाबा सिद्दीकी के साथ दुखद हादसा हो गया.” उन्होंने आगे कहा कि कोल्हापुर जिले की कागल सीट पर हसन मुशरिफ को टिकट दिया. जीशान सिद्दीकी मुंबई सब अरबन जिले की वांद्रा ईस्ट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.

मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट दिए जाने पर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा, “एनसीपी ने ऐसे सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं जहां से वे चुनाव जीत सकें. हारने वाले को टिकट नहीं दिया गया है. महज दिखावे के लिए नहीं मैंने नवाब मलिक को टिकट दिया, जबकि कुछ लोगों ने इसका विरोध किया. फिर भी मैंने टिकट दिया.”

नवाब मलिक को टिकट नहीं देना चाहती थी BJP

उन्होंने कहा, “मैंने जो कुछ कहा था, वो कर दिखाया (10% मुस्लिम उम्मीदवार खड़े करने की बात कही थी). सिर्फ बोलने का नहीं बल्कि करके दिखाने की जरूरत है. इसलिए मेरी अपील है कि मुस्लिम समाज इन सारी चीजों पर भी ध्यान दे.”

बीजेपी नवाब मलिक की उम्मीदवारी के पक्ष में नहीं थी. लेकिन एनसीपी ने अंतिम दिन नवाब मलिक को उम्मीदवार बना दिया जिससे बीजेपी नाराज हो गई. उसने दाऊद इब्राहिम से संबंध होने की वजह से नवाब की आलोचना भी. बीजेपी प्रदेश की सियासत में उस महायुति गठबंधन में शामिल है, जिसका शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी (अजीत पवार) भी हिस्सा हैं. उम्मीदवारी से नाराज बीजेपी ने पहले ही बता दिया कि वो नवाब मलिक के लिए प्रचार नहीं करेगी.

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