राजनीति

छोटे भाई को सरेआम सौंप दी बीवी, देवर बोला- भाभी को नहीं रखूंगा, यही फसाद की जड़

देवर-भाभी के अफेयर की कई खबरें आपने सुनी होंगी. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से भी ऐसा ही मामला सामने आया है. लेकिन इस कहानी में ट्विस्ट तब आया जब देवर ने अपनी भाभी को साथ रखने से इनकार कर दिया. कहा- मेरी बीवी बच्चे इसी के कारण घर छोड़कर गए हैं. मैं इसे साथ नहीं रखूंगा. अब यह मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.

मामला निघानसन क्षेत्र का है. पुलिस ने बताया- यहां एक महिला को अपने देवर से प्यार हो गया. महिला के तीन बच्चे हैं. जबकि, प्रेमी देवर भी खुद शादीशुदा है. महिला के पति को जब इसकी जानकारी हुई तो उसने आपत्ति जताई. इस पर पति-पत्नी के बीच झगड़ा शुरू हो गया. पति ने पत्नी के प्रेमी यानी अपने ताऊ के बेटे को भी समझाया, लेकिन दोनों ही मानने को तैयार नहीं हुए.

दोनों की प्रेम कहानी से दुखी होकर पति ने पंचायत बुलाई. भरी पंचायत में पति ने अपने चचेरे भाई के हाथों में अपनी बीवी का हाथ सौंप दिया. बोला, जा जी ले अपनी जिंदगी. साथ ही दोनों की शादी का भी ऐलान कर दिया. उधर, जब इस बात की जानकारी प्रेमी की पत्नी को लगी तो वह भी नाराज हो गई और अपने बच्चों को लेकर मायके चली गई. तब देवर ने कहा- मैं भाभी से शादी नहीं करूंगा.

महिला की 17 साल की बेटी है

जानकारी के मुताबिक, झारखंड के खरबनी निवासी एक महिला की शादी इलाके के एक गांव के युवक के साथ 18 साल पहले हुई थी. उसके तीन बच्चे हैं. इनमें बड़ी बेटी करीब 17 साल की है. महिला का थोड़ी दूर रहने वाले अपने पति के ताऊ के बेटे से प्रेम प्रसंग चलने लगा. हालांकि वह भी पहले से शादीशुदा है और उसके दो बच्चे नाबालिग हैं. कुछ दिन पहले उसे पत्नी के प्रेम-प्रसंग की जानकारी हुई. कई बार समझाने के बावजूद पत्नी ने उसकी बात नहीं मानी. इससे परेशान होकर युवक ने पंचायत बुलाई लेकिन दोनों ने उसकी बात भी नहीं मानी.

देवर ने कहा- नहीं चाहिए भाभी

पति ने बताया कि पिछले सोमवार को बेटी की शादी करने के बाद उसकी पत्नी ने काफी हंगामा मचाया. इसी वजह से उसने कड़ा फैसला लिया. उसने पंचायत बुलाकर अपनी पत्नी का हाथ उसके प्रेमी व अपने ताऊ के बेटे को पकड़ा दिया और शादी कर साथ रहने को कहा. उधर, महिला का कहना है कि उसका पति शादी के बाद से उस पर शक करता है और पीटता है. वहीं, महिला के प्रेमी का कहना है कि पंचायत में महिला के पति ने उसका हाथ मेरे हाथ में सौंप दिया तो मैं इसे अपने घर ले आया. मैं इसे साथ नहीं रख सकूंगा क्योंकि मेरी पत्नी नाराज होकर बच्चों को लेकर मायके चली गई है. इसी के कारण मेरा घर टूटा है. यही फसाद की जड़ है. अब मुझे ये नहीं चाहिए. मामला अब पुलिस तक जा पहुंचा है. इस केस में जांच जारी है.

Related Articles

Back to top button