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लखनऊ में खनन से बने तालाब में डूबे 2 बच्चे, अब तक नहीं मिला कोई सुराग; रेस्क्यू जारी

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बड़ा हादसा हो गया. यहां खनन करके बनाये गए तालाब में डूबने से तीन छात्रों की मौत हो गई. ये हादसा बृहस्पतिवार की शाम को हुई. मामला लखनऊ के सरोजनीनगर के रहीमाबाद इलाके का है. हादसे में तीन छात्र पानी में डूबे थे, जिसमें से एक ने खुद को किसी तरह पानी से बाहर निकाल लिया जबकि बाकी दो की तलाश की जा रही है.

दोनों बच्चों को बचाने के लिए गोताखोरों की टीमों को सूचना दी गई है. टीम पूरे तालाब में बच्चों को ढूंढ रही हैं लेकिन अब तक उनका कोई अता-पता नहीं लग सका है. जानकारी के मुताबिक, कोचिंग से लौटते हुए ये बच्चे गड्ढे में नहाने के लिए गए थे जिसमें से दो बच्चे डूब गए. स्थानीय लोगों ने बच्चों के डूबने की सूचना पुलिस को दी. स्थानीय लोगों का आरोप है की अवैध खनन के चलते ये गड्ढा हुआ है लेकिन अब तक इसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया है.

बच्चों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

घटना के बाद मौके पर सरोजिनी नगर थाना की पुलिस की टीम पहुंची है. साथ ही एनडीआरफ और गोताखोर की टीम भी मौके पर पहुंच गई है. जहां एक तरफ गोताखोरों की टीमें बच्चों को ढूंढने का प्रयास कर रही हैं तो वहीं दूसरी ओर बच्चों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. डूबने वाले बच्चों में मुरली विहार के दुर्गेश और सोसाइटी के मानस का नाम शामिल है. तालाब के आस-पास किसी भी तरीके की कोई व्यवस्था न होने से आसपास के लोगों में काफी आक्रोश है. जानकारी ये भी है कि पुलिस प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन सुबह करने की बात कही थी जिसके बाद लोगों ने जमकर नारेबाजी की.

कोचिंग के बाद घूमने गए थे बच्चे

सरोजनीनगर के विष्णुनगर के रहने वाले 15 साल के दुर्गेश और 13 साल के मुरली विहार के मानस नवीं कक्षा के छात्र हैं. बृहस्पतिवार दोपहर तीन बजे बच्चे कोचिंग पढ़ने गए थे. वापस आने के बाद दोनों अपने एक और दोस्त के साथ घूमने निकले थे. इसी दौरान रहीमाबाद में पंचकुटी के सामने खनन किया गया था जहां पानी भर गया इससे एक तालाब बन गया था जहां बच्चे नहाने चले गए. तीनों डूबने लगे. दुर्गेश और मानस डूब गए जबकि उनका दोस्त किसी तरह पानी से बाहर निकल आया. वह वहां से भागकर दोनों के घर पहुंचा और हादसे की जानकारी दी. पुलिस का कहना है कि डूबे दोनों छात्रों की तलाश की जा रही है.

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