हिंदुओं पर हमले यूनुस को लग रहे झूठ, पाप धुलने के लिए लिया हिंदू धर्म गुरुओं का सहारा
भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में इन दिनों हिंदुओं के खिलाफ हमले देखें जा रहे हैं. साथ ही इस्कॉन के पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया है. इसी के बाद अब देश के चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस जहां एक तरफ हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय पर हो रहे हमलों को झूठ बता रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ वो अपने पाप को धोने के लिए हिंदू धर्म गुरुओं का सहारा ले रहे हैं.
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने गुरुवार को देश में धार्मिक गुरुओं से सहयोग माना. हिंदुओं पर हमलों की खबरों के बीच इन हमलों की सटीक जानकारी इकट्ठा करने और अपराधियों को न्याय दिलाने के लिए मोहम्मद यूनुस ने धार्मिक गुरुओं के साथ मीटिंग की.
मोहम्मद यूनुस ने धार्मिक गुरुओं संग की मीटिंग
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख ने गुरुवार को मीटिंग की. इस मीटिंग में मुस्लिम, हिंदू, ईसाई और बौद्ध धर्म के गुरु शामिल हुए. यूनुस ने कहा उन्होंने यह मीटिंग इसीलिए बुलाई क्योंकि (विदेशी) मीडिया की रिपोर्ट देखकर और लोग क्या कह रहे हैं यह सुनकर उन के मन में कई सवाल पैदा हुए. इसी के चलते उन्होंने धार्मिक गुरुओं से “सटीक जानकारी” इकट्ठा करने और हिंदू समुदाय पर हमले के इस मुद्दे को संबोधित करने में सहयोग और सुझाव मांगा.
विदेशी मीडिया पर मोहम्मद यूनुस ने लगाया आरोप
मोहम्मद यूनुस ने इस मीटिंग में कहा, अल्पसंख्यकों पर हमलों का मामला एक बार फिर सामने आया है. साथ ही उन्होंने विदेशी मीडिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो खबरें दी जा रही है, उसमें और वास्तविकता में दोनों के बीच अंतर है. मोहम्मद यूनुस ने कहा, हम बिल्कुल सटीक जानकारी जानना चाहते हैं और जानकारी हासिल करने की प्रक्रिया स्थापित करना चाहते हैं. हालांकि, अपनी स्पीच में प्रमुख यूनुस ने सिर्फ विदेशी मीडिया का हवाला दे कर आरोप लगाया, लेकिन उनकी अंतरिम कैबिनेट और उनके कुछ सहयोगियों ने सीधे तौर पर कहा कि भारतीय मीडिया ने विशेषकर हिंदू समुदाय के उत्पीड़न पर भ्रामक जानकारी पब्लिश की.
“दोषियों के खिलाफ लिया जाए एक्शन”
मोहम्मद यूनुस ने कहा, हमें बताए कि हम बिल्कुल सटीक जानकारी कैसे हासिल कर सकते हैं. साथ ही उन्होंने कहा बांग्लादेश के सभी नागरिकों के लिए बराबर के अधिकार हैं और यह देश की जिम्मेदारी है कि वो यह सुनिश्चित करें की सभी को उनके अधिकार मिले. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर देश में अल्पसंख्यकों पर हमला हुआ है तो इसकी तुरंत जानकारी जुटाई जानी चाहिए. साथ ही पीड़ितों को तुरंत इंसाफ दिया जाना चाहिए और जो लोग इस मामले के दोषी हैं उन पर तुरंत एक्शन लेना चाहिए और उन्हें सजा दी जानी चाहिए.
“देश में हिंदू त्योहारों को मनाया जाता है”
चीफ एडवाइजर ने कहा, इस तरह के कदम उठाए जाने चाहिए जिससे इस तरह के मामले आगे सामने न आए. साथ ही उन्होंने कहा, हम एक दूसरे से अलग होने के बावजूद एक दूसरे के दुश्मन नहीं है. मोहम्मद यूनुस ने दुर्गा पूजा के अवसर पर ढाका में ढाकेश्वरी मंदिर की यात्रा की थी. उन्होंने अपनी उस यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, हिंदू त्योहार देश में उत्सव के साथ मनाए जाते हैं, जबकि सभी वर्गों के लोग इसमें शामिल होते हैं, जिससे यह कार्यक्रम एक राष्ट्रीय त्योहार में बदल जाता है.
5 अगस्त को हसीना की अवामी लीग सरकार गिरने के बाद मुस्लिम बहुल बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को कथित तौर पर 50 जिलों में 200 से अधिक हमलों का सामना करना पड़ा है.
अमेरिका ने भी बांग्लादेश के हालातों पर जताई चिंता
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हुए हमलों को लेकर अमेरिका ने भी चिंता जताई है. अमेरिका के विदेश विभाग की प्रवक्ता मार्गरेट मैकलियोड ने गुरुवार को कहा, फिलहाल, हम बांग्लादेश से आ रही खबरों पर ध्यान दे रहे हैं, हम हालातों पर करीब से नजर रख रहे हैं. हम चाहते हैं कि देश में सभी को अपने धर्म के मुताबिक जीने की आजादी मिले. मैकलेओड ने आगे कहा, हम बांग्लादेश की अंतरिम सरकार समेत अपने सभी साझेदारों के साथ इस मामले को लेकर चर्चा कर रहे हैं.