गर्मी के मौसम से पहले ही सूखा नांगल गांव का जोहड़
ग्रामीणों की मांग : जोहड़ पर कच्चे नाले का निर्माण या पाईप लाईन की करे व्यवस्था, गर्मी के मौसम को देखते हुए गांव के पशुपालकों को सता रही चिंता, गांव में पीने के पानी की भी समस्या

सोमवीर शर्मा
भिवानी, (ब्यूरो): नजदीकी गांव नांगल के ग्रामीण गांव के तालाब को सूखने से चिंतित है। क्योंकि अब तालाब सूखने से पशुपालकों को अपने पालतू पशुओं के नाहने व पानी पिलाने की समस्या उत्पन्न हो गई है। इसके साथ ही गांव में पीने के पानी की समस्या भी बनी हुई है तथा गांव को 500 रूपये में हर दूसरे-तीसरे दिन टैंकर खरीदकर पीना पड़ रहा है। इसी मुद्दे को लेकर गांव नांगल के ग्रामीण सरपंच मा. कुलदीप की अगुवाई में उपायुक्त से मिले तथा उन्हे ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्या बताई।
इस बारे में सरपंच मा. कुलदीप व गांव के श्याम दीवाना मंडल के अध्यक्ष सत्यवान सिंह ने बताया कि गांव की बसासत के समय से ही गांव में एक जोहड़ है। जिसमें पानी की सप्लाई ना तो नहरी माध्यम से है तथा ना ही पाईप लाईन बिछी हुई है। जिसके चलते यह जोहड़ मात्र बरसाती पानी पर निर्भर रहता है। जो अब पूर्णतया: सूख गया है व गर्मी का सीजन भी आ गया है। ऐसे में उनकी मांग है कि गांव के इस जोहड़ी की छटाई करके इसे भरने के लिए नहरी पानी की व्यवस्था की जाए।
इसके लिए उन्होंने आज समाधान शिविर में उपायुक्त व अतिरिक्त उपायुक्त को अपना ज्ञापन देकर यह मांग की है कि गांव के सूख चुके तालाब में पानी की व्यवस्था के लिए तालाब से मात्र डेढ़ किलोमीटर दूर नहर तक या तो कच्चा नाला बनाया जाए या पाईप लाईन दबाकर पानी की व्यवस्था की जाए। ताकि सूख चुके जोहड़ को फिर से भरा जा सकें।