CCTV में स्कूटर पर अकेले दिखे युवक, ममेरे भाई के ऑफिस में डेढ़ घंटे रुकने के बाद की आत्महत्या

रोहतक : एएसआई संदीप कुमार सुसाइड मामले में 10 दिन पहले दर्ज एफआईआर शुक्रवार को सार्वजनिक हो गई, जिसमें 4 के बजाय 5 आरोपी बनाए गए हैं। इसमें आईजी ऑफिस रोहतक के एसआईएस सुनील, गनमैन सुशील कुमार, आईएएस अमनीत पी कौर, विधायक अमन रतन शामिल व एक अन्य शामिल है। संदीप की पत्नी संतोष की शिकायत पर सभी के खिलाफ बीएनएस की धारा 108, 3/5 के तहत मामला दर्ज किया गया है। मरने से पहले संदीप द्वारा बनाई गई वीडियो व सुसाइड नोट का भी हवाला दिया गया है। शिकायत में संतोष ने मांग की है कि उनकी व आरोपियों की संपत्ति की जांच करवाएं ताकि पता चल सके कौन भ्रष्ट है। दोषी पाए गए तो 10 साल तक हो
सकती है जेल: एएसआई संदीप कुमार सुसाइड मामले में आरोपियों पर बीएनएस की धारा 108 व 3/5 के तहत दर्ज केस में दोषी पाए जाने पर 10 साल की सजा तक का प्रावधान है। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 108 आत्महत्या के लिए उकसाने से संबंधित है। धारा के अनुसार, आत्महत्या के लिए उकसाने वाले को 10 साल तक कैद और जुर्माने हो सकता है। धारा 3/5 में यदि कई लोग मिलकर अपराध की योजना बनाते हैं, तो सभी को समान रूप से दोषी ठहराया जाएगा, भले ही उन्होंने अपराध में सीधे तौर पर भाग न लिया हो। इस धारा में सीधे तौर पर किसी अपराध की सजा नहीं बताई गई है, बल्कि यह एक सिद्धांत है। सजा का निर्धारण उस विशेष अपराध के लिए बीएनएस की अन्य धाराओं में निर्धारित होता है, जो इस सिद्धांत के तहत उन सभी व्यक्तियों पर लागू होगी।
एएसआई संदीप लाठर सुसाइड केस में एसआईटी ने शुक्रवार को सुखपुरा चौक से लेकर घटनास्थल तक लगे सीसीटीवी चेक किए। इनमें सुबह 10 बजे एएसआई संदीप स्कूटी से जाते दिखाई दिए। संदीप 14 अक्टूबर को सरकारी आवास से सीधे मामा के बेटे संजय के ऑफिस सनसिटी पहुंचे थे। यहां सुबह 11:30 बजे तक रुके। इस दौरान ऑफिस पर 10-12 लोग थे। इस दौरान संदीप ने कहा कि प्रदेश का माहौल अच्छा नहीं है। कुछ लोग आईपीएस वाई पूरन कुमार सुसाइड को गलत दिशा में ले जाकर जातीय रंग देकर 36 बिरादरी के भाईचारे को खराब करने का काम कर रहे हैं, जिसे रोकने का कोई प्रयास नहीं कर रहा। वह तनाव में दिखाई दे रहे थे। करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत करने के बाद संदीप स्कूटी लेकर लाढ़ौत के खेतों में बने कोठरे पर पहुंचे और सरकारी पिस्टल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
संदीप के ममेरे भाई संजय का कहना है कि एसआईटी की अब तक की जांच से वे संतुष्ट हैं। उन्होंने सरकार से सुप्रीम कोर्ट के जज या सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। गनमैन के खिलाफ जो मुकदमा दर्ज हुआ था। उसको कुछ लोगों ने जातीय रंग देने का प्रयास किया। हम नहीं चाहते भाईचारा खराब हो। हम मामले की निष्पक्ष जांच चाहते हैं। उनका भाई शहीद हुआ है। जो भ्रष्टाचारी हैं, उन्हें सजा मिलनी चाहिए, इसके और लोग भी शामिल हो सकते हैं।




