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करनाल फैक्ट्री में करंट लगने से झुलसे कर्मी की मौत, परिजनों ने किया हंगामा; 4 बच्चों के सिर से उठा पिता का साया

करनाल जिले के तरावड़ी की एक फैक्ट्री में करंट लगने से घायल हुए हुए इलेक्ट्रिशियन की इलाज के दौरान मौत हो गई। वह दादूपुर की मिल्क फूड कंपनी में ऑपरेटर की नौकरी करता था और पार्ट टाइम में इलेक्ट्रिशियन का भी काम किया करता था।

करनाल : करनाल जिले के तरावड़ी की एक फैक्ट्री में करंट लगने से घायल हुए हुए इलेक्ट्रिशियन की इलाज के दौरान मौत हो गई। वह दादूपुर की मिल्क फूड कंपनी में ऑपरेटर की नौकरी करता था और पार्ट टाइम में इलेक्ट्रिशियन का भी काम किया करता था। उसकी मौत से गुस्साए परिजनों ने फैक्ट्री मालिक के घर के बाहर शव रख कर जमकर हंगामा किया। हंगामे की सूचना के बाद डीएसपी सहित सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाने का प्रयास किया। परिजनों ने फैक्ट्री प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। 4 बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है।

मृतक के भाई का आरोप है कि जब कृष्ण फैक्ट्री में बिजली का काम कर रहा था तो उसने सेफ्टी किट की डिमांड की लेकिन उसे सेफ्टी किट नहीं दी गई। उसको नौकरी से भी हटाने की धमकी दी गई। बिना सेफ्टी किट के ही उसे काम करना पड़ा। जब वह बिजली रिपेअर कर कर रहा था तो अचानक उसे बिजली का करंट लगा और फ्लैश लाइट की चिंगारी से कृष्ण के कपड़ों में आग लग गई। इसके कारण कृष्ण का शरीर लगभग 90 प्रतिशत जल गया और फैक्ट्री वालों ने कृष्ण कुमार को मौके से उठाकर इलाज के लिए बालाजी अस्पताल करनाल में दाखिल करवा दिया था। भाई ने बताया कि बालाजी अस्पताल के डॉक्टरों ने कृष्ण को करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया। जहां पर उसका इलाज चला, लेकिन हालत ज्यादा गंभीर होने पर कृष्ण को 17 मई को करनाल से चंडीगढ़ PGI रेफर कर दिया गया। जहां पर इलाज के दौरान कृष्ण की मौत हो गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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