हरियाणा

महिलाओं को कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है: न्यायाधीश चालिया

महिला सशक्तिकरण को शब्दों में नहीं व्यवहारिक रूप में अपनाना होगा: सीजेएम पवन कुमार

डीएलएसए ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर मातृ शक्ति को किया सम्मानित
भिवानी, (ब्यूरो): अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिवानी द्वारा एडीआर सेंटर के सभागार और गांव झरवाई में विशेष कार्यक्रम आयोजित किये। एडीआर सेंटर के सभागार में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के चेयरमैन एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश देशराज चालिया ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम में महिलाओं के उत्थान, सशक्तिकरण और उनके अधिकारों पर विस्तार से चर्चा की गई। मुख्य अतिथि ने जिला न्यायालय के कामों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया। कार्यक्रम में कानूनी सहायता, महिला अधिकारों और लैंगिक समानता जैसे विषयों पर चर्चा की गई, जिससे महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा सके। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश देशराज चालिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस केवल एक दिन नहीं, बल्कि महिलाओं के योगदान को सम्मान देने का एक अवसर है। उन्होंने कहा कि हर साल महिला दिवस पर एक विशेष थीम निर्धारित की जाती है, जो महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण के लिए प्रेरणा का काम करती है। उन्होंने कहा कि आज भी समाज में महिलाओं को कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हों और उन्हें कानूनी सहायता सुलभ रूप से उपलब्ध हो। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सीजेएम कम सचिव पवन कुमार ने ग्राम पंचायत झरवाई में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। ग्राम झरवाई सरपंच कमला देवी व ग्रामीणों द्वारा मुख्य अतिथि का जोरदार स्वागत किया गया।महिला सम्मान समारोह में सीजेएम ने कहा कि महिला सशक्तिकरण केवल शब्दों तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसे व्यवहारिक रूप से अपनाना होगा। हमें महिलाओं की भागीदारी को हर क्षेत्र में बढ़ावा देना होगा, जिससे वे आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बन सकें। कार्यक्रम में प्राधिकरण के सचिव कम सीजेएम पवन कुमार ने कहा कि समाज के विकास में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने महिलाओं को उनके अधिकारों और कानूनी सहायता के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सरकार एवं न्यायपालिका महिलाओं की सुरक्षा और न्याय की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस झरवाई कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली ग्रामीण अंचल की सैकड़ो महिलाओं को सम्मानित किया गया। इनमें शिक्षा, खेल, स्वास्थ्य, प्रशासन, पुलिस सेवा, सरपंचो, पंचो, महिला सफाई कर्मचारियों और सामाजिक कार्यों में सक्रिय मातृ शक्ति को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

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