अलीगढ़ में महिला कांस्टेबल ने की आत्महत्या; मौत से पहले व्हाट्सऐप स्टेटस पर लिखा भावुक संदेश

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में महिला कांस्टेबल ने आत्महत्या कर ली. इससे पूरे इलाके में सनससनी मच गई. सूचना पर पुलिस और फॉरेंसिक टीम के साथ अलाधिकारी पहुंचे. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया. फिलहाल आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है.
घटना शनिवार को बन्नादेवी थाना क्षेत्र के जवाहर नगर कॉलोनी में हुई. रोरावर थाने में तैनात 28 वर्षीय महिला कांस्टेबल हेमलता ने किराए के मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जानकारी के मुताबिक, हेमलता मकान में अकेली रहती थी.
बन्नादेवी थाना क्षेत्र जवाहर नगर कॉलोनी से यह घटना दोपहर करीब 12 बजे के आसपास सामने आई. जानकारी के मुताबिक, हेमलता ड्यूटी पर नहीं पहुंची थीं. तॉब एक साथी पुलिसकर्मी ने हेमलता का WhatsApp स्टेटस देखा. उसने तुरंत अन्य पुलिसकर्मियों को इस बारे में बताया. फिर जब पुलिस हेमलता के घर पहुंची तो उन्होंने खिड़की से हेमलता को फंदे से लटके देखा. फिर फॉरेंसिक टीम और तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे. दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे, जहां हेमलता का शव छत के पंखे से लटका मिला. शव को जिला अस्पताल ले जाया गया. यहां शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है.
मौत से पहले डाला था WhatsApp स्टेटस
मौत से ठीक पहले हेमलता ने व्हाट्सएप पर स्टेटस अपलोड किया था- मुझे माफ कर देना. यह स्टेटस उनकी एक साथी महिला कांस्टेबल ने देखा, जो फौरन अन्य सहकर्मियों के साथ मकान पर पहुंचीं. लेकिन तब तक देर हो चुकी थी.
हेमलता मूल रूप से आगरा जिले के किरावली इलाके की रहने वाली थीं. हेमलता ने 2016 बैच में यूपी पुलिस ज्वाइन की थी. वह रोरावर थाने में तैनात थीं और अकेली रहने वाली सिपाही थीं. किराए के मकान का मालिक भी पुलिसकर्मी है.
हेमलता का शादी तय होने वाली थी
सूत्रों की मानें तो हेमलता की शादी तय होने वाली थी, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है. वह एक सीधी-सादी और मेहनती कांस्टेबल के रूप में जानी जाती थीं. डीएसपी कमलेश सिंह ने बताया कि फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य संग्रहित किए हैं. मृतक के परिवार को सूचना दे दी गई है. फिलहाल आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं है. कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन व्हाट्सएप स्टेटस जांच का हिस्सा बनेगा.
पुलिस कर रही मामले की जांच
पुलिस अभी परिवार, सहकर्मियों और पड़ोसियों से पूछताछ कर रही है. विभागीय दबाव, व्यक्तिगत समस्या या अन्य कारण हो सकते हैं, लेकिन कुछ भी कन्फर्म नहीं. यह मामला संवेदनशील है, इसलिए गहन जांच चल रही है. यूपी पुलिस में इस घटना से शोक की लहर है. उच्चाधिकारियों ने जांच को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए हैं.




