व्यापार

क्यों लग गए सोने और चांदी में पंख, दिल्ली से लेकर न्यूयॉर्क और यूरोप तक में चर्चा

गोल्ड की कीमतों में लगातार चौथे दिन तेजी देखने को मिली है. वहीं चांदी के दाम में लगातार तीन कारोबारी सत्रों में इजाफा देखने को मिला है. जिसकी वजह से व्हाइट गोल्ड के दाम रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए हैं. अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर गोल्ड और सिल्वर की कीमतों को पंख क्यों लग गए हैं? इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह कौन सी है? ये सवाल इसलिए भी अहम है कि इजराइल और ईरान के बीच युद्ध नहीं चल रहा है. यूक्रेन और रूस के वॉर को गोल्ड और सिल्वर की कीमतों ने हजम कर लिया है. तो ऐसा कौन सा ट्रिगर है जिसकी वजह से सोने और चांदी के दाम आसमान पर पहुंच रहे हैं.

जानकारों की मानें तो अमेरिका और यूरोप के बीच ट्रेड डील अगस्त से पहले मुमकिन नहीं दिखाई दे रही है. वहीं दूसरी ओर भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड अधर में है. ऐसे में निवेशकों के बीच काफी बेचैनी बढ़ गई है. जिसकी वजह से गोल्ड और सिल्वर की डिमांड में काफी इजाफा हो गया है. जिसका असर सोने और चांदी की कीमतों में देखने को मिल रहा है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर देश की राजधानी दिल्ली में गेल्ड और सिल्वर की कीमतें कितनी हो गई हैं?

चांदी ने तोड़ा रिकॉर्ड

अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार बुधवार को देश की राजधानी दिल्ली में चांदी की कीमतें 4,000 रुपए बढ़कर 1,18,000 रुपए प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुच गईं. खास बात तो ये है कि बीते 3 कारोबारी दिनों में चांदी की कीमतों में 7500 रुपए का इजाफा देखने को मिल चुका है. राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को चांदी 3,000 रुपए बढ़कर 1,14,000 रुपए प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी. सर्राफा व्यापारियों ने कहा कि चांदी बाजार में मौजूदा तेजी का रुख मुख्य रूप से इंडस्ट्रीयल डिमांड से प्रेरित है. जानकारों की मानें तो चांदी की कीमतों में आने वाले दिनों में और भी इजाफा देखने को मिल सकता है.

गोल्ड की कीमतों में भी तेजी

सर्राफा बाजार के अनुसार लगातार चौथे कारोबारी दिन सोने की कीमत में इजाफा देखने को मिल चुका है. बुधवार को गोल्ड की कीमतों में 1,000 रुपए की तेजी आई. सर्राफा बाजार के अनुसार 99.9 फीसदी प्योरिटी वाला गोल्ड 1,000 रुपए बढ़कर 1,01,020 रुपए प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) हो गया. पिछले बाजार बंद के समय यह 1,00,020 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. बुधवार को 99.5 सोना 900 रुपए बढ़कर 1,00,450 रुपए प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) हो गया. पिछले कारोबार में यह पीली धातु 99,550 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी. इन चार दिनों में गोल्ड की कीमतों में 2350 रुपए का इजाफा देखने को मिल चुका है. जानकारों की मानें तो वैश्विक अनिश्चितता बढ़ने के साथ ही सोने की मांग बनी हुई है, जिसका मुख्य कारण 1 अगस्त की समयसीमा से पहले अमेरिका-यूरोपीय संघ व्यापार समझौते की घटती उम्मीदें हैं.

वायदा बाजार भी झूमा

इस बीच, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सितंबर डिलीवरी के लिए चांदी वायदा भाव 896 रुपए या 0.77 प्रतिशत बढ़कर 1,16,551 रुपए प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया. इसके अतिरिक्त, कमोडिटी एक्सचेंज में अगस्त डिलीवरी के लिए सोना वायदा भाव 24 रुपए गिरकर 1,00,305 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया. वैश्विक स्तर पर, हाजिर सोना 0.26 प्रतिशत गिरकर 3,422.87 डॉलर प्रति औंस पर आ गया. विदेशी बाजारों में हाजिर चांदी 0.26 प्रतिशत बढ़कर 39.39 डॉलर प्रति औंस हो गई.

क्यों हुआ इजाफा

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर ऐनालिस्ट (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा कि इस अनिश्चितता ने बाज़ार की चिंता बढ़ा दी है, जिससे सुरक्षित निवेश की ओर रुझान बढ़ रहा है. गांधी ने कहा कि अमेरिकी डॉलर में समग्र कमज़ोरी से भी कीमती धातु को समर्थन मिल रहा है. एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एनालिस्ट – कमोडिटी एंड करेंसी, जतीन त्रिवेदी के अनुसार, निवेशक अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोज़ोन सहित प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर के पीएमआई आंकड़ों का इंतजार करेंगे, जो निकट भविष्य में सर्राफा कीमतों की दिशा के बारे में और संकेत देंगे.

Related Articles

Back to top button