एलन मस्क का Grok क्यों पीछे है ChatGPT से, कहां रह गई कमी?

एलन मस्क ने हमेशा टेक्नोलॉजी की दुनिया में अपनी क्रांति से सबको चौंका दिया है. एक्स और Tesla जैसी कंपनियों के CEO हैं. बीत महीनें में उन्होंने अपना नया एआई मॉडल दुनिया में उतार दिया है. Grok AI चैटबॉट सीधा ChatGPT से मुकाबला करने का दावा करता है. लेकिन ये इस मामले में कुछ खास नाम नहीं कर पाया. हालांकि, Grok को लॉन्च हुए कुछ ही समय हुआ है. ये ChatGPT जैसे बाकी AI टूल्स के मुकाबले अभी भी पीछे नजर आता है. यहां जानते हैं कि क्यों Grok अभी तक ChatGPT से पिछड़ा है और क्या कारण हैं जिनकी वजह से ये बाकी AI टूल्स के बीच भी पहचान बनाने की कोशिश में लगा है.
Grok और ChatGPT में अंतर
ChatGPT को OpenAI ने डेवलप किया है. ये अब तक के सबसे बड़े और सबसे पावरफुल AI मॉडलों में से एक है. OpenAI ने GPT-4 जैसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है. जिसे बहुत बड़े डेटासेट्स पर तैयार किया गया है. वहीं अगर हम Grok की बात करें तो ग्रोक को X.com और Twitter की टीम ने तैयार किया है. इस मॉडल में अभी तक डिटेल्ड डेटा और डीप ट्रेनिंग की कमी दिखती है. जिस वजह ये ChatGPT के मुकाबले उतना बेहतर नहीं है.
कंटेंट और क्वालिटी
ChatGPT की सबसे बड़ी पावर उसका कंटेंट और क्वालिटी है. ChatGPT लगभग किसी भी सवाल का उत्तर दे सकता है. इसके करीब-करीब सभी जवाब सही भी होते हैं. हालांकि ये आपके सवाल पर भी डिपेंड करता है कि आपने प्रॉम्प्ट क्या दिया. सही प्रॉम्प्ट से जवाब भी सही मिलता है.
Grok की परफॉर्मेंस पर फिलहाल सवाल खड़े हो रहे हैं. इसकी एक वजह ये हो सकती है कि इसे अभी तक ज्यादा डेटा और ट्रेनिंग नहीं मिली है. जो इसे ChatGPT के लेवल तक पहुंचने में मदद करे.
यूजर एक्सपीरियंस
ChatGPT के यूजर एक्सपीरियंस पर फोकस किया गया है. इसका इंटरफेस आसान और यूजर-फ्रेंडली है. जिससे इसे इस्तेमाल करना आसान हो जाता है. Grok का इंटरफेस ज्यादा आसान नहीं है. कई यूजर्स ने इसके यूजर इंटरफेस को थोड़ा मुश्किल बताया है.
OpenAI ChatGPT के मॉडल को लगातार अपडेट करता रहता है. जिससे ये हमेशा नई जानकारी के साथ अपडेट रहता है. लेकिन Grok को ऐसे लगातार अपडेट्स और एक्सपर्टिज का सपोर्ट नहीं मिलता है. ये नए डेटा और लेटेस्ट मामलों की जानकारी रखने में पीछे है.
अगर ग्रोक डेटा, ट्रेनिंग- लर्निंग, और यूजर एक्सपीरियंस पर फोकस कर लेता है तो ये फ्यूचर में ChatGPT की तरह पावरफुल AI टूल बन सकता है.