बिहार चुनाव में RJD की हार के बाद लालू की बेटी रोहिणी के रडार पर आए रमीज कौन हैं?

बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी का बुरा हाल हुआ है. महज 25 सीटों से संतोष करना पड़ा है. पूरे महागठबंधन को 35 सीटें मिली हैं. तेजस्वी यादव के सभी दावे और बड़े-बड़े दावे धरे के धरे रह गए हैं. पार्टी की बुरी हार के बाद अब परिवार में महाभारत शुरू हो गई है. इस पूरी सियासी महाभारत के केंद्र बड़ा किरदार संजय हैं, ये वही संजय हैं, जिन्हें तेजस्वी यादव के बड़े भाई तेज प्रताप जयचंद की संज्ञा दे रहे हैं. इस लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है, वो है रमीज नेमत खान का. इन दोनों का जिक्र करते हुए तेजस्वी की बहन रोहिणी ने परिवार से नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया है. आइए जानते हैं कौन हैं रमीज नेमत खान.
रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा,मैं राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार से नाता तोड़ रहा हूं. संजय यादव और रमीज ने मुझसे यही करने को कहा था. मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूं.
बलरामपुर जिले का रहने वाले हैं रमीज
रमीज नेमत खान मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले का रहने वाले हैं. साल 2016 में रमीज आरजेडी से जुड़े थे. पहले डिप्टी सीएम ऑफिस में बैकडोर का काम देखते थे. उसके बाद रमीज तेजस्वी के दफ्तर से जुड़ गए. रमीज तेजस्वी के डेली रूटीन और कैंपेनिंग का काम देखते हैं.
संजय यादव की तरह ही रमीज तेजस्वी के क्रिकेट जमाने के दोस्त हैं. रमीज का जन्म 1986 में हुआ. डीपीएस मथुरा रोड से 10वीं की पढाई की है. नेमत ने जामिया से एमबीए की डिग्री ली है. नेमत ने पॉलिटिकल साइंस से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है. उसने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 30 मैच खेले हैं. झारखंड की टीम की तरफ से मैच खेला है. रमीज दाहिने हाथ के बल्लेबाज रहे हैं.
संजय पहले भी रहे हैं निशाने पर
लालू परिवार में कलह के केंद्र में संजय यादव पहले भी रहे हैं. संजय का नाम लेकर उन्होंने पहले भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. संजय के इर्द-गिर्द विवाद में तेज प्रताप ने बहन रोहिणी का साथ दिया था. इतना ही नहीं चुनावी समर के बीच तेज प्रताप ने मीडिया से बातचीत में कहा था, गीता की कसम खाता हूं अब चाहे जितने बुलावे आएं, मैं आरजेडी में नहीं जाऊंगा. बहन रोहिणी की गोद में हम खेले हैं. उनका जो भी अपमान करेगा, उस पर सुदर्शन चक्र चलेगा.




