BJP ने जहां बढ़ाया मदद का हाथ, वहीं परेशान; लोकसभा चुनाव 2024 वोटिंग से पहले क्यों टेंशन?
लोकसभा चुनावों से पहले शुरू हुए भाजपा के लाभार्थी सत्यापन अभियान ने कई कार्यकर्ताओं के पसीने छुड़ा दिए हैं। खासकर सेल्फी लेने के लिए कुछ लाभार्थी सत्यापन टीम को बार-बार छका रहे हैं।
दरअसल, भाजपा ने राज्य व केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने वाले लोगों की सूची तैयार कर उन्हें लाभार्थी नाम दिया है। चुनावों के दौरान इस वर्ग को पार्टी से जोड़े रखने के लिए भाजपा ने सत्यापन अभियान शुरू किया है।
इसके तहत अभी एक लाख से अधिक लाभार्थियों का सत्यापन किया जा चुका है, लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे भी लाभार्थी हैं जो या तो सत्यापन टीम का फोन नहीं उठा रहे या फिर घर पर नहीं मिल पा रहे हैं। दरअसल इस अभियान के तहत कई लोगों के घर पर जाकर उनके साथ सेल्फी भी ली जानी है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि इसमें कई बार दिक्कत आ रही है और कुछ लोग तय समय या जगह पर मिल नहीं पा रहे हैं। इसके बावजूद पार्टी का अभियान जारी है।
कार्यकर्ताओं की कई टीमें जुटी हैं सत्यापन में
हालांकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बताया कि राज्य में लाभार्थी सत्यापन में पार्टी के 5040 समर्पित कार्यकर्ता जुटे हुए हैं और इस कार्य को और गति दी जा रही है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत कई कार्यकर्ता कर्मठता के साथ कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश उपाध्यक्ष जफर आलम अंसारी ने राज्य में सबसे अधिक 87 लाभार्थियों का सत्यापन कराया है। कई अन्य कार्यकर्ता भी 70 से अधिक लाभार्थियों का सत्यापन कराकर सरल एप पर अपलोड कर चुके हैं।
उत्तराखंड चौथे स्थान पर
भट्ट ने बताया कि उत्तराखंड में पार्टी का लाभार्थी सत्यापन अभियान तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि अभी तक एक लाख 10 हजार से अधिक लाथार्थियों से संपर्क और सत्यापन का काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि इस मामले में राज्य पूरे देश में चौथे नंबर पर है।