जहां थाना प्रभारी पर हुआ था हमला, पुलिस ने आरोपियों को वहीं ले जाकर किया रीक्रिएशन, जानें खूंटी की पूरी कहानी

झारखंड के खूंटी जिले के रनिया थाना क्षेत्र में बीते 2 नवंबर को असामाजिक तत्वों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया था. थाना प्रभारी को बुरी तरह पीटा गया, जिससे उनके सिर में गंभीर चोटें आईं. उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है. वहीं, पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक, लोहागढ़ा बाजार में आयोजित डाईर मेले में खुलेआम देसी शराब और हड़िया की बिक्री हो रही थी. शराब के नशे में कुछ लोगों ने हंगामा करना शुरू किया. सूचना पर थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति नियंत्रित करने की कोशिश की. लेकिन भीड़ ने अचानक हमला बोल दिया. हमले में विकास कुमार का सिर फूट गया था.
महिला समेत छह आरोपी अरेस्ट
घटना के बाद खूंटी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक महिला समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों में गुमला जिला के बसिया थाना क्षेत्र के सुखदेव झोरा उर्फ भोको, रनिया थाना क्षेत्र के सनेतर झोरा उर्फ सोनू, डीगरी गांव के जगतपाल सिंह उर्फ चौठा, मेलानियूस होरो, मार्शल कोनगाड़ी और कनकलोया गांव की पूनम भेंगरा (लगभग 40 वर्ष) शामिल हैं.
खूंटी पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए असामाजिक तत्वों को सख्त संदेश देने के लिए गिरफ्तार आरोपियों को सार्वजनिक रूप से परेड करवाया. सभी आरोपियों के कमर में रस्सी बांधकर रनिया बाजार में घुमाया गया, ठीक उसी स्थान पर जहां उन्होंने पुलिस टीम पर हमला किया था. इस दौरान आरोपियों से कान पकड़कर माफी मंगवाई गई और उनसे अपने अपराध को स्वीकार करवाया गया.
लाठी-डंडे से हमला
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसमें सैकड़ों की भीड़ को पुलिस पर बांस, लाठी और शराब की बोतलों से हमला करते देखा गया. वीडियो ने न सिर्फ प्रशासन को झकझोर दिया बल्कि राज्य में पुलिसकर्मियों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.
खूंटी पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई दूसरों के लिए कड़ा सबक है. पुलिस पर हमला करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. प्रशासन ने साफ कहा कि पुलिस बल पर हाथ उठाने वालों का अंजाम यही होगा.
गौरतलब है कि इससे पहले भी झारखंड की राजधानी रांची के नगड़ी थाना क्षेत्र में पुलिसकर्मी पर हमला करने की घटना सामने आई थी. 9 जून 2025 को कटहल मोड़ पर ट्रैफिक ड्यूटी में तैनात जवान रोहित गंझू पर दो ऑटो चालकों — हंस यादव उर्फ पुत्ती और मुन्ना यादव उर्फ अखिलेश — ने ईंट और पत्थर से हमला कर दिया था. बाद में रांची पुलिस ने दोनों आरोपियों को मौके पर गिरफ्तार कर उसी चौक पर सार्वजनिक परेड करवाया था.




