बेटा आया तो मां हुई फरार ! प्रियांक खड़गे बोले- अगर निर्दोष हैं, तो कानून से बच क्यों रहे हैं?
कर्नाटक में राजनीतिक माहौल उस गरमा गया जब आरडीपीआर और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियांक खड़गे ने पुष्टि की है कि प्रज्वल रेवन्ना, एक यौन उत्पीड़न पीड़िता और उसके बेटे से जुड़े अपहरण मामले से संबंधित मुकदमे में हाजिर होने में विफल रहे भवानी रेवन्ना...
बेंगलुरु : कर्नाटक में राजनीतिक माहौल उस गरमा गया जब आरडीपीआर और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियांक खड़गे ने पुष्टि की है कि प्रज्वल रेवन्ना, एक यौन उत्पीड़न पीड़िता और उसके बेटे से जुड़े अपहरण मामले से संबंधित मुकदमे में हाजिर होने में विफल रहे भवानी रेवन्ना फरार हैं।
निर्दोष हैं, तो कानून से बच क्यों रहे हैं?
खड़गे ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर वे मानते हैं कि वे निर्दोष हैं, तो कानून से बच क्यों रहे हैं? एचडी रेवन्ना अग्रिम जमानत चाहते हैं, लेकिन सुनवाई के लिए उपस्थित नहीं होते हैं। पिछले 30 दिनों से राहुल गांधी के संबंध में प्रज्वल का उल्लेख किया गया है, फिर भी भवानी मायावी बने हुए हैं।” खड़गे की यह टिप्पणी भवानी का पता लगाने के लिए तीन जिलों में विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा चलाए जा रहे गहन तलाशी अभियान के बीच आई है। उसके लापता होने से न केवल एक हाई-प्रोफाइल खोजबीन शुरू हो गई है, बल्कि यह मामला लोगों की नजरों में भी आ गया है, जिससे परिवार की कानूनी प्रक्रियाओं के पालन पर महत्वपूर्ण सवाल खड़े हो गए हैं।
उन्होंने बिना किसी संकोच के भवानी की तत्काल गिरफ्तारी और उसकी जमानत खारिज करने की मांग की। उन्होंने जनता दल (सेक्युलर) पार्टी के नैतिक रुख पर भी कटाक्ष किया, जिससे रेवन्ना परिवार संबंधित है। उन्होंने कहा , ‘‘वे नैतिकता के बारे में बात करते हैं। अगर उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है तो वे हमसे क्यों बच रहे हैं?” रेवन्ना परिवार के दबदबे पर प्रकाश डालते हुए खड़गे ने कहा कि जिसमें पूर्व प्रधान मंत्री, पूर्व मंत्री, सांसद और विधायक शामिल हो उस परिवार को एक उदाहरण स्थापित करना चाहिये। उन्होंने कहा , ‘‘यह कोई सामान्य परिवार नहीं है। उन्हें रोल मॉडल होना चाहिए और नैतिकता का उदाहरण होना चाहिए। उनके कृत्य हालांकि उनके शब्दों के विपरीत हैं। हमें पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित करना चाहिए।”
बेटा आया तो मां हुई फरार
बता दें कि महिला अपहरण मामले में निलंबित जद(एस) सांसद प्रज्वल रेवन्ना विदेश में बैठे थे, लेकिन वह 31 मई को भारत आ गए थे और सरेंडर किया था। वहीं प्रज्वल रेवन्ना की मां भवानी रेवन्ना की तलाश की जा रही है। कर्नाटक SIT की टीम ने रविवार को भवानी की तलाश में पिछले 24 घंटों में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की है। बता दें कि एसआईटी ने भवानी को एक नोटिस जारी कर 1 जून को अपने घर पर उपस्थित रहने को कहा था क्योंकि उसके बेटे के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों से जुड़े अपहरण मामले में उससे पूछताछ करनी थी। जब एसआईटी के जासूसों की एक टीम भवानी के घर ‘चेन्नम्बिका निलय’ पहुंची, तो वह वहां नहीं थी।