राशन नहीं मिला तो लोगों ने डीलर को पहनाई चप्पलों की माला… पूरा गांव घुमाया
सरकार गरीब परिवारों को रियायती दरों पर राशन बांटती है, लेकिन राशन के डीलर्स की मनमानी अकसर सामने आती रहती है. ऐसे ही एक गांव की कहानी झारखंड से सामने आई है. दिलचस्प बात ये है कि राशन नहीं मिलने पर लोगों ने डीलर को चप्पलों की माला पहनाकर घुमाया. यही कारण है कि ये मामला चर्चा में है. पूरी कहानी झारखंड के दुमका जिले के तहत आने वाले गोपाकांदर प्रखंड के मधुबन गांव की है. यहां राशन डीलर ने जब राशन नहीं दिया तो गांव के लोग गुस्सा हो गए. उन्होंने गुस्से में महिला पीडीएस डीलर को चप्पलों की माला पहनाई और उन्हें पूरे गांव में घुमाया.
लोगों का आरोप है कि पिछले चार महीनों से उनको राशन नहीं मिला है. जब भी वो राशन के लिए दुकान पर पहुंचते थे तो डीलर उनको बिना राशन दिए ही भगा देता था. विरोध प्रर्दशन की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने लोगों को समझाया और जल्द राशन देने की बात करते हुए लोगों का विरोध प्रर्दशन खत्म करवाया. गांव वालों का कहना है कि राशन के लिए जब भी वो दुकान पर पहुचंते थे तो मशीन पर अंगूठा लगावा लिया जाता था और पर्ची को डीलर खुद रख लेती थी और लोगों को बिना राशन दिए ही भेज दिया करती थी.
लोगों में राशन ना मिलने को लेकर काफी गुस्सा था जिसको लेकर लोगों ने राशन की दुकान का घेराव करके महिला डीलर का विरोध किया. उसको चप्पलों की माला पहनाकर नंगे पांव मधुबन गांव से लेकर दुर्गापुर की मुख्य सड़क तक घूमाते हुए ले गए. ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो उन लोगों ने दुमका और पाकुड़ को जोड़ने वाली सड़क को भी जाम कर दिया.
समझाने के बाद खुली सड़क
सड़क जाम की जानकारी प्रशासन को मिली तो तुरंत अधिकारी हरकत में आए. आनन-फानन में बीडीओ और थाना प्राभारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने लोगों से बात की और समस्या के समाधान करने का आश्वासन दिया. इसके बाद महौल शांत हुआ और सड़क पर लगा जाम खत्म हुआ.
पीडीएस क्या होता है?
सार्वजनिक वितरण प्रणाली को शॉर्ट में पीडीएस कहा जाता है. पीडीएस में किफायती दरों में गरीब परिवार को अनाज और अन्य जरूरत की चीजें मिलती हैं. अनाज और अन्य चीजें केंद्र व राज्य की सरकारें लोगों तक पहुंचाती हैं.