पति की हुई मौत तो ससुरालजनों ने नाबालिग देवर के साथ करवाई शादी, अब वह भी हुआ फरार
बदकिस्मती किसे कहते हैं ये उरलाना कलां की इस महिला से जान लीजिए, जिनकी महज 30 से 32 साल की उम्र में दो-दो शादियां हुई, बच्चे हुए, लेकिन आज उनके पास ना पति है ना घर है ना कोई ठिकाना है।
बदकिस्मती किसे कहते हैं ये उरलाना कलां की इस महिला से जान लीजिए, जिनकी महज 30 से 32 साल की उम्र में दो-दो शादियां हुई, बच्चे हुए, लेकिन आज उनके पास ना पति है ना घर है ना कोई ठिकाना है।
बीमारी के चलते 4 साल पहले हो गई थी पति की मौत
दरअसल कविता नाम की महिला के पति की बीमारी के चलते करीब 4 साल पहले मौत हो गई थी। मौत के बाद कविता के परिजन उसकी कहीं और शादी करना चाहते थे, लेकिन सामाजिक दबाव और इज्जत के चलते कविता की उसके नाबालिग देवर के साथ शादी करवा दी। 2 बच्चों की मां कविता ने परिवार की इज्जत की खातिर, बिना कुछ सोचे समझे अपने नाबालिग देवर के साथ शादी कर ली और करीब एक साल बाद एक लड़के को भी जन्म दे दिया।
एक साल के अंदर ही कविता के नए पति यानी उसके देवर का कविता से मोह भंग होने लगा और 3 दिन के बाद बच्चे की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। कविता की मानें तो उन्हें शक है कि हो सकता है उसके बच्चे की हत्या भी की गई हो। कविता ने बताया कि उनके पति सहित उनकी सास, जेठ और जेठानी ने उसके साथ कई बार मारपीट की और घर से निकलने का प्रयास किया। वहीं उन्होंने बताया कि उनकी सास अब उनके पति की कहीं और शादी करवाना चाहती है, जिसके चलते उन्हें घर से गायब कर दिया।
कविता की बदकिस्मती की कहानी यहीं खत्म नहीं होती, बल्कि कविता की किस्मत इतनी खराब निकली कि उन्हें ससुराल में तो किसी का साथ मिला नहीं, लेकिन अपना हक और न्याय पाने के लिए जब कविता कानून के दरवाजे पर पहुंची तो वहां भी उनकी किस्मत ने धोखा ही दिया। कविता की मानें तो वह अपनी न्याय की लड़ाई लड़ने की खातिर मतलौडा थाने पहुंची और अपनी सास, जेठ-जेठानी और अपने पति के खिलाफ शिकायत दी, लेकिन उल्टा पुलिस ने उन्हें ही धमका दिया कि तुम ही अंदर चली जाओगी, तुम ही फंस जाओगी। बार-बार पुलिस थाने के चक्कर काटने के बाद जब कविता को कहीं न्याय नहीं मिला तो कविता पानीपत जिला सचिवालय में एसपी महोदय से मिलने पहुंची लेकिन किस्मत तो देखिए एसपी ने उन्हें दरवाजे से ही वापस लौटा दिया कि आप थाने में जाइए। आपका यहां कोई हल नहीं हो सकता। कविता ने बताया कि जब थाने में उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई, इसलिए तो वह आज एसपी से मिलने पहुंची थी, लेकिन यहां भी उन्हें ठोकरे ही मिली।
कविता का कहना है उन्हें कुछ नहीं चाहिए। वह अपना घर बसाना चाहती है जिस सामाजिक दबाव के चलते उन्होंने अपने देवर के साथ शादी की थी। वह उसी के साथ अपना जीवन यापन करना चाहती है। कविता के मुताबिक उनके नए पति यानी उनके देवर एक महीने बाद 18 साल के हो जाएंगे, यानी कविता की उनके देवर के साथ करीब 17 साल की उम्र में ही शादी करवा दी गई थी जो अब भी नाबालिग है और 18 साल की उम्र में एक और शादी करने की फिराक में अब कविता को छोड़कर गायब है। अब देखना होगा पुलिस इस पूरे मामले की जांच करती है या नहीं और पूरे मामले की जांच कर कोई कार्रवाई अमल में लाती है या नहीं।