अमेरिका के लिए भारत अहम, न्यूयॉर्क में जयशंकर-रूबियो की मुलाकात में क्या हुई चर्चा?

भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ, व्यापार और अब H-1B वीजा को लेकर तनाव जारी है, इस बीच विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात की है. इस मुलाकात के बाद रुबियो ने कहा कि भारत वाशिंगटन के लिए एक खास साझेदार बना हुआ है.
रुबियो-जयशंकर की मुलाकात न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर हुई. बैठक के ऑफिशियल ब्रीफ में रुबियो ने कहा कि नई दिल्ली के साथ रिश्ते अमेरिका के लिए बहुत खास हैं. कुछ ऐसा ही अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप भी अपने बयान में कह चुके हैं.
अमेरिकी विदेश विभाग के मुताबिक दोनों शीर्ष राजनयिकों के बीच हुई बैठक में भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों के कई पहलुओं जैसे व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, फार्मास्यूटिकल्स और महत्वपूर्ण खनिजों पर चर्चा हुई.
बैठक के बाद क्या बोले एस जयशंकर?
विदेश मंत्री जयशंकर ने X पर मुलाकात की जानकारी देते हुए कहा कि रुबियो के साथ बैठक में हालिया चिंता के कई द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई. प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में प्रगति के लिए निरंतर सहयोग के महत्व पर सहमति बनी है. हम संपर्क में बने रहेंगे.”
भारत-अमेरिका संबंधों में दूरी
पिछले कुछ महीनों से ट्रंप प्रशासन द्वारा उठाए गए कुछ कदमों के बाद भारत और अमेरिका के व्यापारिक संबंधों में तनाव आया है. ट्रंप ने नई दिल्ली की ओर से रूसी तेल की खरीद पर दंड के तौर पर 25 फीसद अतिरिक्त टैरिफ लगाया, जिसकी बाद भारत पर अमेरिकी टैरिफ बढ़ाकर 50 फीसद हो गया है.
ट्रंप ने इस फैसले के पीछे रूस और उसके करीबी सहयोगियों पर दबाव बनाकर यूक्रेन में युद्धविराम स्थापित करने की कोशिश बताया है. जबकि भारत शुरू से ही सीजफायर के लिए अपना सहयोग देने की बात करता रहा है.
दोनों देशों के नेताओं के बयान सकारात्मक
पीटर नवारो जैसे व्हाइट हाउस के अधिकारियों की ओर से भारत और रूस के संबंधों पर कई बार की गई नकारात्मक टिप्पणी के बावजूद डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी ने अपने बयानों में करीबी का ऐलान किया है और कहा कि दोनों देश व्यापार वार्ता फिर से शुरू करेंगे.