ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज फसल खराबे की वेरिफिकेशन जल्द की जाए: डीसी
फसल वेरीफाई कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए
भिवानी, (ब्यूरो): डीसी साहिल गुप्ता की अध्यक्षता में शुक्रवार को स्थानीय लघु सचिवालय स्थित सभागार में ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल की राजस्व व अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित हुई। डीसी ने सभी तहसीलदारों को निर्देश देते हुए कहा कि वे पटवारियों से किसानों द्वारा दर्ज की गई फसल खराबे की वेरिफिकेशन अति शीघ्र करवाएं। फसल वेरीफाई कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। डीसी गुप्ता ने बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अत्यधिक बारिश से अनेक गांवों में फसलें खराब हुई हैं। खराबे की भरपाई के लिए मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोलने के निर्देश दिए, जिस पर 15 सितंबर तक आवेदन किए जा सकते हैं। उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अब तक दर्ज फसलों की वेरिफिकेशन की जाए। बैठक के दौरान जिला राजस्व अधिकारी राजकुमार भौरिया ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल व फसल खराबे बारे जिला की स्थिति रिपोर्ट बारे डीसी को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब तक जिले के कुल 272 गांवों के 63001 किसानों ने 3,80,502.998 एकड़ फसल का खराबा क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज करवाया है। इनमें से बहल क्षेत्र के 32 गांव के सात हजार 552 किसानों ने 41,298.271 एकड़ का खराबा, बवानी खेड़ा क्षेत्र से 19 गांव के नौ हजार 273 किसानों ने 54,007.042 एकड़, भिवानी में 82 गांव के 17 हजार 901 किसानों ने 1,05,448.108 एकड़, लोहारू में 46 गांव के सात हजार 922 किसानों ने 45,343.659 एकड़, सिवानी में 33 गांव के सात हजार 991 किसानों ने 51,577.583 एकड़ और तोशाम क्षेत्र के 60 गांव के 13 हजार 552 किसानों ने 82,830.335 एकड़ का खराबा क्षतिपूर्ति पर दर्ज करवाया है।




