हरियाणा

वैश्य महाविद्यालय विगत 81 वर्षों से शहर व राज्य का एक प्रतिष्ठित संस्थान है: विधायक सर्राफ

वैश्य महाविद्यालय की प्रतिष्ठा पर कोई प्रश्न चिन्ह न लगाया जाए

भिवानी, (ब्यूरो): वैश्य महाविद्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए वैश्य महाविद्यालय प्रबंधक समिति के महासचिव एवं भिवानी के विधायक घनश्याम सर्राफ ने बताया कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली सी ई टी-2025 परीक्षा के लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय भिवानी द्वारा वैश्य महाविद्यालय से परीक्षा केन्द्र, केन्द्र अधीक्षक, पर्यवेक्षक व अन्य स्टॉफ की मांग की गई थी, जिस पर महाविद्यालय द्वारा विभिन्न पत्राचार के माध्यम से समस्त जानकारी प्रेषित कर दी गई थी। उपायुक्त कार्यालय के पत्र क्रमांक 8852/ दिनांक 22 जुलाई 2025 के माध्यम से महाविद्यालय को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुप्तचर विभाग हरियाणा पंचकूला के पत्र क्रमांक 55381-427/ई.डी.(वि.षा.) दिनांक 19 जुलाई2025 तथा परीक्षा केन्द्रों की कमियों बारे सूची को साथ संलग्न करते हुए सूचित किया गया कि वैश्य महाविद्यालय के स्टाफ की छवि ठीक नहीं है। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के तथा बिना के सीई टी-2025 परीक्षा के लिए वैश्य महाविद्यालय भिवानी केन्द्र पर महाविद्यालय के समस्त कर्मचारियों की डयूटी ना लगाकर अन्य कर्मचारियों की डयूटी लगा दी गई। उपायुक्त कार्यालय द्वारा जारी पत्र क्रमांक 8852/ दिनांक 22 जुलाई2025 में अन्य परीक्षा केन्द्रों की सूची के साथ ही महाविद्यालय की तथाकथित मिथ्या कमी को सार्वजनिक कर दिया गया जोकि सर्वथा अनुचित है। वैश्य महाविद्यालय इसका पूर्ण रूप से खण्डन करता है। बिना किसी ठोस व पर्याप्त सबूत के इस तरह कि असंसदीय टिप्पणी ना केवल वैश्य महाविद्यालय की प्रतिष्ठा को धूमिल करती है अपितु इससे जुडे हुए समस्त प्रबंधकारिणी, कर्मचारी तथा छात्रों के मनोबल को तोड़ती है तथा उनकी निष्ठा, समर्पण, ईमानदारी, स्वार्थविहीन सहयोग व कार्यषैली पर एक बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह लगाती है। वैश्य महाविद्यालय विगत 81 वर्षों से शहर व राज्य का एक प्रतिष्ठित व अग्रणी शिक्षण संस्थान है जिसमें कार्यरत समस्त कर्मचारी निष्ठा व ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे है। वैष्य महाविद्यालय में देश के प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं का संचालन सुचारू रूप से होता रहा है तथा विभिन्न सरकारी व गैर-सरकारी विभागों द्वारा प्रदत्त समस्त जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है। आज तक वैश्य महाविद्यालय की प्रतिष्ठा पर कोई प्रश्न चिन्ह नहीं लगा है अपितु प्रशासन द्वारा विभिन्न अवसरों पर वैश्य महाविद्यालय के कर्मचारियों को उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए अनुशंसा पत्र जारी किए गये है। उन्होंने इस प्रकरण में सरकार से उचित जांच करने की मांग की।

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