मंच पर बोलने की मांग को लेकर कांग्रेस की बैठक में हंगामा
कहा, चापलूस नेताओं को न बनाया जाए जिला अध्यक्ष

सोमवीर शर्मा
भिवानी, (ब्यूरो): कांग्रेस के नए जिला अध्यक्ष के नाम पर चर्चा के लिए यहां भगवती धर्मशाला में आयोजित ब्लॉक कांग्रेस कार्यकत्र्ता बैठक में जमकर हंगामा हुआ। बैठक की अध्यक्षता ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव मनोज चौहान कर रहे थे।
बैठक के दौरान कई कार्यकर्ता मंच पर बोलने की जिद पर अड़ गए। माइक को लेकर खींचतान शुरू हो गई। इस पर सचिव ने कहा कि हर किसी को बोलने का मौका मिलेगा, लेकिन कार्यकर्ता शांत नहीं हुए। एक कार्यकर्ता तो सचिव चौहान से ही बहस करने लगा।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने चंडीगढ़ दौरे के दौरान कहा था कि 30 जून तक पूरे प्रदेश में जिलाध्यक्ष बनाए जाएंगे। इसको लेकर ऑब्जर्वर नियुक्त किए। इसके तहत सचिव मनोज चौहान की भिवानी जिले में नियुक्ति की गई।
10 जून को एआईसीसी के सचिव मनोज चौहान भिवानी पहुंचे और कांग्रेसियों की बैठक ली। इसके बाद से वे लगातार कांग्रेसियों की बैठक ले रहे हैं और जिलाध्यक्ष के नाम पर चर्चा कर रहे हैं। इधर, जिलाध्यक्ष बनने के इच्छुक दावेदार अपनी-अपनी ताकत दिखाने में जुटे हुए हैं।
जिलाध्यक्ष के नाम पर चर्चा करने के लिए हुई बैठक में सचिव सचिव मनोज चौहान ने कांग्रेसियों के साथ बैठक की। इस दौरान मनोज चौहान के सामने वहां मौजूद हर कार्यकर्ता अपनी बात रखना चाहता था। इसलिए बहस भी हुई, ताकि उन्हें बोलने का मौका मिल सके। जो लोग माइक पर भाषण नहीं दे पाए, उन्हें मनोज चौहान ने समझाने का प्रयास किया और कहा कि वे एक-एक करके सभी की बात सुनेंगे, लेकिन कार्यकर्ताओं ने एक ना सुनी और आपस में बहस करने लगे।
जिन वक्ताओं को मंच से बोलने का मौका मिला, उन्होंने कहा कि भिवानी जिले में कांग्रेस जमीनी स्तर से जुड़े हुए और लोगों के बीच रहकर काम करने वाले कार्यकर्ता को ही जिलाध्यक्ष बनाए। अगर पार्टी ऐसा करती है तो भिवानी जिला कांग्रेस के साथ रहेगा। साथ ही चयन प्रक्रिया को लेकर कहा कि चापलूस नेताओं को जिलाध्यक्ष ना बनाया जाए। वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस को मजबूत करने के लिए काम करने वाले नेता को जिलाध्यक्ष बनाया जाए। इस अवसर पर पूर्व विधायक डा.शिवशंकर भारद्वाज, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव संदीप तंवर, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज सिंह, प्रदीप गुलिया, पूर्व मंत्री डा.वासुदेव शर्मा, पूर्व सीपीएस रामकिशन फौजी, ईश्वर शर्मा प्रधान, बृजपाल पप्पू, सुरेश प्रजापति, धीरज अखरिया, तकदीर सिंह गे्रवाल समेत अनेक कार्यकत्र्ता मौजूद थे।