राजनीति

‘यही समय है, सही समय है, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को तुरंत मुक्त कराओ…’ शंकराचार्य ने मोदी सरकार से की डिमांड

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में गुस्सा है. ज्योतिष पीठ बद्रीनाथ के शंकराचार्य स्वामी अभिमुक्तेश्वरानंद सरस्वती इस हमले के विरोध में पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने भारत सरकार से पाक अधिकृत कश्मीर को मुक्त कराने को कहा है. इसके अलावा उन्होंने वक्फ बोर्ड को भंग करने और जाति जनगणना पर कांग्रेस और भाजपा को आपस में मिला हुआ बताया है.

शंकराचार्य स्वामी अभिमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने हरिद्वार में पत्रकारों से अपने मठ में बात की. वह बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम की यात्रा करने के बाद वापस हरिद्वार लौटे थे. उन्होंने पहलगाम हमले पर गुस्सा जताया और देश की केंद्र सरकार से पाकिस्तान को सबक सिखाने को कहा. उन्होंने वक्फ बोर्ड और जाति जनगणना पर भी अपनी बात रखी.

पाक अधिकृत कश्मीर को तुरंत मुक्त कराएं

ज्योतिष पीठ बद्रीनाथ के शंकराचार्य स्वामी अभिमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि प्रधानमंत्री को बिना समय गंवाए पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके पाक अधिकृत कश्मीर को तुरंत मुक्त कराना चाहिए. यह समय पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को मुक्त करने का सबसे अच्छा समय है. उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों आपस में मिले हुए हैं. कांग्रेस ने जातिगत जनगणना की मांग की तो उसका विरोध बीजेपी ने किया. लेकिन, बाद में भाजपा की केंद्र सरकार ने जातिगत जनगणना कराने का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों आपस में मिली हुई हैं.

‘केंद्र की नई सरकार कॉरिडोर सरकार है’

शंकराचार्य स्वामी अभिमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि केंद्र की नई सरकार कॉरिडोर सरकार है. शहर की प्राचीनता वर्षों में तैयार होती है और केंद्र सरकार प्राचीन शहरों की प्राचीनता को नष्ट कर रही है. उन्होंने कहा कि शुरू में लोग कॉरिडोर बनाने का विरोध करते हैं, परंतु बाद में चुप हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि कुंभ का नाम महाकुंभ करने से और अर्ध कुंभ का नाम कुंभ करने से इन पर्वों के महत्व पर कोई फर्क नहीं पड़ता. उनका कहना है कि जो इन पर्वों के आध्यात्मिक मानदंड हैं, वह नाम बदलने से नहीं बदलते हैं.

‘वक्फ बोर्ड को करें तुरंत भंग’

ज्योतिष पीठ बद्रीनाथ के शंकराचार्य स्वामी अभिमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड वह तुरंत भंग करे. धर्म पर राजनीतिक दलों और सरकार का हस्तक्षेप तुरंत बंद होना चाहिए. उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड कानून पर संशोधन करने की जगह उसे भंग किया जाना चाहिए. उन्होंने वक्फ बोर्ड की तरह सनातन धर्म बोर्ड बनाने का विरोध किया.

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