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हरियाणा में मूसलाधार बारिश और तूफान का अलर्ट, 8 जिलों में चेतावनी, किसानों के लिए विशेष एडवाइजरी

चंडीगढ़: हरियाणा समेत उत्तर भारत में मौसम ने करवट लेनी शुरू कर दी है. पश्चिमी विक्षोभ के असर से राज्य में 5 अक्टूबर से बारिश की शुरुआत हो सकती है. मौसम विभाग के अनुसार, 5 और 6 अक्टूबर को पूरे हरियाणा में बारिश की संभावना है, जबकि 7 अक्टूबर को भी अधिकांश हिस्सों में बारिश हो सकती है. 8 अक्टूबर से हवाओं की दिशा उत्तर-पश्चिम की ओर हो जाएगी, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी. इस बदलाव से लोगों को दिन में गर्मी से राहत मिलने के आसार हैं.

आज हरियाणा के जिलों में बारिश का अलर्ट: मौसम विभाग ने हरियाणा के आठ जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है. इन जिलों में यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह और पलवल शामिल हैं. मौसम विभाग ने इन जिलों में भारी बारिश और तूफान की चेतावनी जारी की है.

तापमान में होगा बदलाव: फिलहाल हरियाणा में अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री के करीब बना हुआ है. मौसम विभाग का कहना है कि बादलों की आवाजाही से दिन के तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी, जबकि रात का तापमान थोड़ा बढ़ सकता है. पश्चिमी विक्षोभ के बाद नमी बढ़ने की संभावना है, जिससे सुबह और रात के समय हल्की ठंडक महसूस की जा सकती है. सिरसा में गुरुवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री दर्ज किया गया, जो पूरे प्रदेश में सबसे अधिक रहा.

तीन सिस्टम ला रहे हैं बदलाव: चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू), हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि तीन बड़े मौसम सिस्टमों की वजह से हरियाणा का मौसम बदलने जा रहा है. एक ओर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, वहीं बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र और राजस्थान के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन से नमी वाली हवाएं उत्तर-पश्चिमी भारत की ओर बढ़ रही हैं. इसका असर 4 अक्टूबर की रात से दिखने लगेगा, जिससे पूरे राज्य में मौसम में बदलाव नजर आएगा.

कब होगा मौसम साफ? इन तीनों मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से हरियाणा में 5 से 7 अक्टूबर के बीच हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तेज बारिश भी देखने को मिल सकती है. इस दौरान दिन के तापमान में हल्की गिरावट और रात के तापमान में हल्की बढ़ोतरी की संभावना है. हालांकि, 8 अक्टूबर की दोपहर बाद मौसम साफ होने की संभावना जताई जा रही है. इसके बाद हवाओं की दिशा फिर से उत्तर और उत्तर-पश्चिमी हो जाएगी, जिससे तापमान में और गिरावट हो सकती है.

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