कभी था हिस्ट्रीशीटर, अब बना कलयुग का श्रवण कुमार, अपनी चमड़ी से मां के लिए बनवाई चरण पादुका
कलयुग में श्रवण कुमार जैसा बेटा मिलना किसी काल्पनिक कहानी से कम नहीं है। सतयुग में ऐसी कई कहानियां हुईं हैं, जिन्होंने श्रवण कुमार के चरित्र को चरितार्थ किया है। यहां हम आपको एक ऐसी ही कहानी के बारे में बताएंगे, जिसने अपनी मां के प्रति अटूट प्यार को दिखाते हुए एक अनोखी चरण पादुका बनवाई है।
यह बात आपको सुनने में आम लग रही होगी, लेकिन इस चरण पादुका की खासियत यह है कि इस बेटे ने अपने शरीर की चमड़ी काटकर यह चरण पादुका बनवाई है। बताया जा रहा है कि ये मामला उज्जैन में ढांचा भवन में रहने वाले रौनक गुर्जर परिवार के यहां का है। व्यक्ति की इस हरकत के सामने आने पर लोग काफी हैरान हुए। उज्जैन में इन दिनों भगवत कथा हो रही है, जहां पर व्यक्ति कथा करने वाले जितेंद्र महाराज के पास पहुंचा।
उसने महाराज से कहा रामायण से प्रेरित होकर मां के लिए चमड़ी काटकर खड़ाऊ बनवाए हैं। बात सुनकर मां निरुला गुर्जर ने अपने बेटे रौनक को आंखों में आंसू लिए ढेर सारा आशीर्वाद दिया है और प्रेम से बेटे द्वारा बनवाई चप्पल को पहना।
बता दें कि ये गुर्जर एक समय पर हिस्ट्री शीटर बदमाश हुआ करता था। जेल से आने के बाद उसने अपने आप को बदल दिया। प्रॉपर्टी बिजनेस के साथ सामाजिक और धार्मिक काम भी शुरु कर दिए। इसी के चलते वह भागवत कथा करवा रहा है। इसी बीच उसने अपनी जांघ की चमड़ी से चप्पल बनवाकर मां के चरणों में भेंट की।