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तुर्की में अभी लंबे खिच सकते हैं प्रदर्शन, अदालत ने भी सुनाया एर्दोआन की पसंद का फैसला

तुर्की में पिछले हफ्ते से विपक्षी नेता और इस्तांबुल के मेयर एक्रेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन जारी हैं. इमामोग्लू की परेशानी अदालत ने और बढ़ा दी है, अदालत ने इमामोग्लू को भ्रष्टाचार के आरोपों पर मुकदमे का नतीजा आने तक जेल में रखने का आदेश दिया है. जिसके बाद उनके समर्थन में होने वाले प्रदर्शनों के उग्र होने की उम्मीद जताई जा रही है.

तुर्की की एक अदालत ने भ्रष्टाचार के आरोपों पर सुनवाई तक इस्तांबुल के मेयर एक्रेम इमामोग्लू को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया है. अदालत ने कहा कि इमामोग्लू और कम से कम 20 अन्य लोगों को भ्रष्टाचार की जांच के तहत जेल भेजा गया था. आतंकवाद से संबंधित जांच पर अलग से फैसला अभी जारी होना बाकी है.

इमामोग्लू ने बताया खुद को ‘बदनाम करने के अभियान’

इमामोग्लू को एक प्रमुख विपक्षी नेता और लंबे समय से राष्ट्रपति रेसेप तय्यप एर्दोआन के संभावित प्रतिद्वंदी माना जाता है, उन्हें बुधवार को सरकार ने कथित भ्रष्टाचार और आतंकवाद के आरोप में हिरासत में ले लिया था. जिसकी वजह से देशभर में प्रदर्शन शुरू हुए थे. इमामोग्लू ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए इन्हें ‘बदनाम करने के अभियान’ का हिस्सा बताया है.

इमामोग्लू के सहयोगी अंकारा के मेयर मंसूर यावस ने मीडिया से कहा कि जेल जाना न्यायिक प्रणाली के लिए अपमानजनक है. इमामोग्लू को जांच से पहले हिरासत में भेजने का न्यायालय का फैसला मुख्य विपक्षी रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (CHP), यूरोपीय नेताओं और हजारों प्रदर्शनकारियों की ओर से उनके विरुद्ध की गई कार्रवाई को राजनीतिक कार्रवाई बताकर उसकी आलोचना करने के बाद आया है.

इस्तांबुल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम

इस्तांबुल में प्रदर्शनों को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. सरकार पर आरोप है कि उसने राजनीतिक लाभ के लिए इमामोग्लू को गिरफ्तार किया है. हालांकि सरकार ने इन मामलों के राजनीति से प्रेरित होने से इनकार किया है. अब अदालत के इस फैसले के बाद देखना होगा क्या एर्दोआन की मुश्किलें बढ़ती हैं या जेल में इमामोग्लू के रहने से एक बार फिर उनकी राष्ट्रपति बनने के राह आसान हो जाएगी.

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