मेरठ में बन रही ये सड़क खत्म कर देगी ट्रैफिक का झमेला, बागपत-हापुड़ और मुफ्फरनगर ही नहीं, उत्तराखंड जाने वालों को भी होगा फायदा

उत्तर प्रदेश के मेरठ वालों को जल्द ही ट्रैफिक जाम की समस्या से मुक्ति मिलने वाली है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 14 पहले जिस रिंग रोड का शिलान्यास हुआ था, उसे बनाने के लिए मंजूरी दे दी है. इस रिंग रोड के बन जाने से बागपत, हापुड़, मुजफ्फरनगर सहित उत्तराखंड के रूड़की और हरिद्वार जिले को भी फायदा मिलेगा. दिल्ली-NCR से आने वाले लोग अब रिंग रोड की मदद से मेरठ के अंदरूनी इलाकों से न होकर, बाहर से ही बिना ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझते हुए आगे बढ़ सकेंगे.
इस रिंग रोड का पहला हिस्सा हापुड़ रोड से जुर्रानपुर रेलवे लाइन, दिल्ली रोड होते हुए दिल्ली-दून बाईपास तक बनेगा. इसे नार्थ रिंग रोड नाम दिया गया है. इसका शिलान्यास वैसे तो 2011 में हुआ था और जुर्रानपुर रेलवे लाइन पर ओवरब्रिज भी बना दिया गया था लेकिन उसके बाद कोई काम नहीं हुआ. सीएम योगी ने मंजूरी के बाद अब इस पर काम शुरू हो जाएगा.
15 हेक्टेयर जमीन खरीदी जाएगी
जानकारी के मुताबिक, इस रिंग रोड के लिए अभी जमीन नहीं खरीदी गई है. यहां तक कि ओवरब्रिज के लिए एप्रोच रोड भी नहीं बनाई गई. सीएम के आदेश के बाद हालांकि, अब यह बनाई जाएगी. इस रिंग रोड के लिए मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) लगभग 15 हेक्टेयर जमीन खरीदेगा. जमीन खरीद पर कुल 162 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसके लिए 100 करोड़ रुपये मेडा ने आरक्षित कर रखे हैं जबकि, 62 करोड़ रुपये शासन से मिलेंगे. शासन से अभी यह धनराशि नहीं मिल पाई है इसलिए मेडा ने बैनामा नहीं शुरू किया है. वहीं निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी करेगा. इसमें नाले, दो फ्लाईओवर भी शामिल हैं.
इस रिंग रोड को बनाने में लगभग 300 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसके बन जाने से बिजली बंबाबाईपास पर कई घंटे तक जाम में फंसने के बजाय सीधे निकल जाएंगे. बागपत रोड के वाहन आसानी से हापुड़ रोड पहुंच जाएंगे.
क्या होगा इससे फायदा?
अब बात उस हिस्से की जो गढ़ रोड से सीधे रुड़की रोड पर जटौली के पास जोड़ देगा. इसे आबूनाला की पटरी पर बनाया जाएगा. इसके लिए जमीन नहीं खरीदी जाएगी, इसलिए सिर्फ 96 करोड़ रुपये खर्च होंगे. यदि यह सड़क बन गई तो हरिद्वार, मुजफ्फरनगर की तरह के वाहनों को मवाना रोड, किला रोड या गढ़ रोड जाने के लिए शहर के अंदर की सड़क पर आने को मजबूर नहीं होना पड़ेगा. वे नाला पटरी से आ सकेंगे. इसी तरह से गढ़ रोड व हापुड़ रोड के लोगों को किला रोड व मवाना रोड पर जाने में आसानी हो जाएगी. इन दोनों हिस्सों से ही पूरे शहर को इनर रिंग रोड मिल जाएगी. दरअसल, रिंग रोड का हिस्सा लोहियानगर व जागृति विहार में बना हुआ है.
ऐसे आकार लेगा रिंग रोड
गढ़ रोड से किला रोड तक इसका हिस्सा नहीं बना है जोकि अब बन जाएगा. किला रोड से मवाना रोड तक इसका हिस्सा पहले से बना है. अब मवाना रोड से नाला पटरी पर होते हुए जटौली तक बन जाएगी. मोदीपुरम से परतापुर तक जो बाईपास है उसे भी रिंग रोड का हिस्सा माना गया है. इस तरह से रिंग रोड आकार ले लेगी.