मंगल खराब होने से घेर लेती हैं ये बीमारियां, जानिए इस ग्रह को कैसे करें मजबूत!

ज्योतिष शास्त्र में मंगल को क्रूर ग्रह माना जाता है, जो पराक्रम का कारक होता है. धार्मिक मान्यता है कि इस ग्रह के कमजोर होने की वजह से व्यक्ति के जीवन में अमंगल पैदा हो जाता है. कुंडली में मंगल को कमजोर करने के लिए मंगलवार का दिन बहुत शुभ माना जाता है. अक्सर लोगों को अचानक से बीमारियां घेरने लगती हैं, लेकिन उन्हें पता नहीं चल पाता कि आखिर इनकी वजह क्या है. ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि कुंडली में मंगल खराब होने के कारण व्यक्ति का जीवन कई बीमारियों से घिर जाता है. चलिए आपको बताते हैं कमजोर मंगल के लक्षण और उपाय.
मंगल कमजोर होने के लक्षण
ज्योतिष में मंगल ग्रह के खराब होने के कई लक्षण बताए गए हैं. कुंडली में मंगल ग्रह के कमजोर होने पर गुस्सा, चिड़चिड़ापन, आत्मविश्वास की कमी, चोट लगने या दुर्घटना होने का खतरा और रक्त संबंधित समस्याएं हो सकती हैं.
मंगल ग्रह खराब होने से कौन सी बीमारी होती है?
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, मंगल ग्रह से संबंधित दोष व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक समस्याएं दे सकता है. मंगल ग्रह को रोग प्रतिरोधक क्षमता और रक्त से जुड़ी समस्याओं का कारक माना जाता है. अगर आपकी कुंडली में मंगल कमजोर या पीड़ित है, तो इससे उच्च रक्तचाप, रक्त संबंधी रोग, फोड़े-फुंसी, अल्सर, ट्यूमर, कैंसर और जोड़ों के दर्द जैसी बीमारियां हो सकती हैं. इसके अलावा, मंगल दोष के कारण वैवाहिक जीवन में समस्याएं और संतान प्राप्ति में बाधाएं भी आ सकती हैं.
मंगल ग्रह को ठीक करने के उपाय
मंगल ग्रह को ठीक करने के लिए उपाय ज्योतिष और धार्मिक दृष्टिकोण से कई उपाय बताए गए हैं, जिन्हें अपानकर आप मंगल को मजबूत बना सकते हैं.
हनुमानजी की पूजा:- मंगल दोष को शांत करने के लिए हनुमानजी की पूजा करना और हनुमान चालीसा का पाठ करना सबसे प्रभावी माना जाता है.
मंगल ग्रह के मंत्र:- मंगल को मजबूत करने के लिए “ओम अंग अंगारकाय नमः” जैसे मंगल ग्रह के मंत्रों का जाप करना लाभकारी होता है.
लाल चीजों का दान:- मंगलवार के दिन लाल रंग की चीजें जैसे मसूर दाल, लाल रंग की मिठाई और लाल रंग के वस्त्रों का दान करना शुभ माना जाता है.
मूंगा रत्न धारण करना:- ज्योतिष शास्त्र में मूंगा रत्न धारण करना भी मंगल ग्रह को मजबूत करने का एक आसान उपाय है.
तांबे के बर्तन का इस्तेमाल:- तांबे के बर्तन से पानी पीना और जमीन पर बैठकर भोजन करने से कुंडली में मंगल मजबूत होता है.




