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बाथरूम के ये दोष बढ़ा सकते हैं घर में क्लेश और आर्थिक संकट, वास्तु के इन आसान उपायों से करें दूर!

क्या आपको लगता है कि आपके घर में हमेशा कोई न कोई परेशानी बनी रहती है? परिवार के सदस्यों के बीच अक्सर तनाव या झगड़े होते हैं? या लाख कोशिशों के बाद भी घर में पैसों की तंगी बनी रहती है? इन सभी समस्याओं के पीछे कई कारण हो सकते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसका संबंध आपके घर के बाथरूम से भी हो सकता है? वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के हर हिस्से का हमारी ऊर्जा और जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है.

बाथरूम को अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है, जबकि यह हमारे घर का एक बहुत ही संवेदनशील हिस्सा होता है, जहां नकारात्मक ऊर्जा का संचार बहुत तेजी से हो सकता है. यदि बाथरूम से जुड़े वास्तु नियमों का पालन न किया जाए, तो यह न सिर्फ परिवार में झगड़े और मानसिक तनाव को बढ़ाता है, बल्कि आर्थिक संकट का कारण भी बन सकता है. चलिए जानते हैं, बाथरूम से जुड़े कुछ प्रमुख वास्तु दोषों और उन्हें दूर करने के उपायों के बारे में.

बाथरूम से जुड़े प्रमुख वास्तु दोष और उनके नकारात्मक प्रभाव

गलत दिशा में बाथरूम का होना

वास्तु के अनुसार, बाथरूम को हमेशा उत्तर-पश्चिम (North-West) दिशा में बनाना सबसे शुभ माना जाता है. यदि यह उत्तर-पूर्व (North-East) दिशा में होता है, तो घर में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और धन की हानि हो सकती है. वहीं, दक्षिण-पूर्व (South-East) दिशा में बना बाथरूम परिवार के सदस्यों के बीच तनाव और झगड़ों का कारण बन सकता है.

नल का लगातार टपकना

यह सबसे आम वास्तु दोष है, जिसे लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं. नल से लगातार पानी का टपकना, यानी कि पैसों का लगातार बहना. यह धन की बर्बादी और आर्थिक नुकसान का स्पष्ट संकेत है.

गंदा और अव्यवस्थित बाथरूम

गंदे और बिखरे हुए बाथरूम से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. इससे घर में तनाव बढ़ता है और सदस्यों के बीच आपसी समझ में कमी आती है. साथ ही, यह सकारात्मकता और समृद्धि को घर में आने से रोकता है.

बाथरूम और बेडरूम का एक सीध में होना

वास्तु के अनुसार, बाथरूम का दरवाजा सीधे बेडरूम के सामने नहीं होना चाहिए. ऐसा होने पर बाथरूम की नकारात्मक ऊर्जा बेडरूम में प्रवेश करती है, जिससे नींद में खलल, मानसिक तनाव और वैवाहिक जीवन में परेशानियाँ आ सकती हैं.

खुले टॉयलेट सीट और दरवाजे

टॉयलेट सीट को हमेशा बंद रखना चाहिए और बाथरूम का दरवाजा भी इस्तेमाल के बाद बंद कर देना चाहिए. खुले रहने पर नकारात्मक ऊर्जा घर के बाकी हिस्सों में फैल सकती है, जिससे स्वास्थ्य और धन दोनों पर बुरा असर पड़ता है.

इन आसान उपायों से करें बाथरूम के वास्तु दोषों को दूर!

नल ठीक करवाएं: यदि आपके बाथरूम का कोई नल टपक रहा है, तो उसे बिना देरी किए ठीक करवा लें. यह सबसे महत्वपूर्ण उपाय है, जो आर्थिक संकट को दूर करने में मदद करेगा.

नमक का कटोरा रखें: बाथरूम में एक कोने में समुद्री नमक से भरा एक छोटा कटोरा रखें. नमक नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करता है. इसे हर हफ्ते बदलते रहें.

सही रंग का चुनाव: बाथरूम की दीवारों के लिए हल्के रंग, जैसे सफेद, हल्का नीला या क्रीम रंग का इस्तेमाल करें. गहरे रंग नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा दे सकते हैं.

दरवाजा हमेशा बंद रखें: बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखें. खासकर रात में सोने से पहले और जब इस्तेमाल न हो रहा हो.

हवा का उचित वेंटिलेशन: बाथरूम में हवा के आने-जाने की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए. यदि संभव हो, तो एक खिड़की या एक्जॉस्ट फैन लगवाएं, ताकि नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल सके.

दर्पण की सही दिशा: बाथरूम में लगे शीशे को टॉयलेट सीट के सामने न लगाएं. यह नकारात्मक ऊर्जा को कई गुना बढ़ा सकता है.

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