Life Style

ये हैं 5 एडवेंचर स्पोर्ट्स, जिन्हें जिंदगी में एक बार जरूर आजमाना चाहिए

आसमान से 10,000 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाना सुनने में जितना डरावना लगता है, इसका एक्सपीरियंस भी उतना ही शानदार होता है. हवा में छलांग लगाने का अनुभव आपको पूरी जिंदगी याद रहेगा. इस एडवेंचर स्पोर्ट के लिए भारत में स्काइडाइविंग के लिए मैसूर, अलवर (राजस्थान) और अहमदाबाद बेहतरीन ऑप्शन हैं.

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समंदर की नीली लहरों के नीचे रंग-बिरंगी मछलियां, कोरल रीफ और शांत वातावरण. स्कूबा डाइविंग एक ऐसा एक्सपीरियंस है जो आपको बाहरी दुनिया से एक दम अलग कर देगा. इसके लिए अंडमान निकोबार, गोवा और लक्षद्वीप में इसके लिए ट्रेंडिंग लोकेशंस हैं.

समंदर की नीली लहरों के नीचे रंग-बिरंगी मछलियां, कोरल रीफ और शांत वातावरण. स्कूबा डाइविंग एक ऐसा एक्सपीरियंस है जो आपको बाहरी दुनिया से एक दम अलग कर देगा. इसके लिए अंडमान निकोबार, गोवा और लक्षद्वीप में इसके लिए ट्रेंडिंग लोकेशंस हैं.

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पैराग्लाइडिंग आपको उड़ान का असली एहसास देती है. पहाड़ों के बीच उड़ते हुए नीचे फैली हरियाली और नीला आसमान देखना एक अलग ही अहसास दिलाता है. ऐसा लगता है कि आप किसी सपनों की दुनिया में आ गए हैं. इसके लिए आप भारत में बीर बिलिंग (हिमाचल), मनाली और नैनीताल जा सकते हैं.

पैराग्लाइडिंग आपको उड़ान का असली एहसास देती है. पहाड़ों के बीच उड़ते हुए नीचे फैली हरियाली और नीला आसमान देखना एक अलग ही अहसास दिलाता है. ऐसा लगता है कि आप किसी सपनों की दुनिया में आ गए हैं. इसके लिए आप भारत में बीर बिलिंग (हिमाचल), मनाली और नैनीताल जा सकते हैं.

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अगर आप थ्रिल के शौकीन हैं, तो रिवर राफ्टिंग करना तो बनता है. तेज बेहती नदी में नाव संभालना और टीन के साथ लहरों का जमा लेना एक अलग ही एहसास कराता है. ऋषिकेश, कुल्लू और तेजपुर (असम) इस स्पोर्ट के लिए मशहूर हैं.

अगर आप थ्रिल के शौकीन हैं, तो रिवर राफ्टिंग करना तो बनता है. तेज बेहती नदी में नाव संभालना और टीन के साथ लहरों का जमा लेना एक अलग ही एहसास कराता है. ऋषिकेश, कुल्लू और तेजपुर (असम) इस स्पोर्ट के लिए मशहूर हैं.

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ट्रेकिंग सिर्फ एक एडवेंचर नहीं, बल्कि खुद से मिलने का एक मौका होता है. ऊंचे पहाड़, बर्फ से ढकी चोटियां और चारों तरफ फैली हरियाली आपको सुकून देती है. हालांकि, ट्रेकिंग करने में एनर्जी की बहुत जरूरी होती है. ऐसे में आप अपने रिस्क पर ही इसे करें. भारत में ट्रेकिंग करने के लिए कई स्पॉट्स हैं. जैसे केदारकांठ, रूपकुंड, और त्रियुगी नारायण आदि.

ट्रेकिंग सिर्फ एक एडवेंचर नहीं, बल्कि खुद से मिलने का एक मौका होता है. ऊंचे पहाड़, बर्फ से ढकी चोटियां और चारों तरफ फैली हरियाली आपको सुकून देती है. हालांकि, ट्रेकिंग करने में एनर्जी की बहुत जरूरी होती है. ऐसे में आप अपने रिस्क पर ही इसे करें. भारत में ट्रेकिंग करने के लिए कई स्पॉट्स हैं. जैसे केदारकांठ, रूपकुंड, और त्रियुगी नारायण आदि.

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