एक महीने में सिर्फ दो क्षेत्र होंगे मलबा मुक्त, पूरे शहर की सफाई में लग जाएंगे दशक

गुड़गांव : नगर निगम द्वारा शहर को मलबा मुक्त बनाने की दिशा में तेजी से कार्य किए जाने का दावा किया जा रहा है। निगम की विशेष पहल के तहत सेक्टर-29 और गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड से मलबा उठाने का कार्य युद्ध स्तर पर निरंतर जारी है। इन दो स्थानों को टारगेट कर नगर निगम की तरफ से सितंबर माह के अंत तक पूरे क्षेत्र को मलबा मुक्त करने का दावा किया जा रहा है। हैरत की बात यह है कि जब नगर निगम एक महीने में दो ही क्षेत्रों को टारगेट कर मलबा हटाने का अभियान चलाएगा तो पूरे शहर को साफ करने में तो दशकों बीत जाएंगे।
शनिवार को नगर निगम आयुक्त प्रदीप दहिया और अतिरिक्त निगमायुक्त रविन्द्र यादव ने सेक्टर-29 व फरीदाबाद रोड का दौरा कर मलबा उठाने की प्रक्रिया का निरीक्षण किया। सेक्टर-29 में निरीक्षण के दौरान मौके पर उपस्थित कांट्रेक्टर ने जानकारी दी कि प्रारंभिक अनुमान के अनुसार यहां करीब एक से डेढ़ लाख टन मलबा था। अब तक लगभग 35 प्रतिशत मलबा उठाकर बसई स्थित मलबा निस्तारण प्लांट में भेजा जा चुका है। निगम का लक्ष्य है कि सितम्बर माह के अंत तक सेक्टर-29 और गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड को पूरी तरह मलबा मुक्त बना दिया जाए।
निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने मौके पर कहा कि मलबे का उठान शहर की स्वच्छता और सौंदर्यीकरण के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों और कांट्रेक्टर को निर्देश दिए कि निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्य पूर्ण किया जाए तथा मलबा निस्तारण प्रक्रिया में किसी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए। उन्होंने यह भी कहा कि शहरवासियों को भी चाहिए कि वे मलबा खुले में न फेंकें, बल्कि इसे निगम द्वारा निर्धारित स्थानों पर ही डंप करें।
अतिरिक्त निगमायुक्त रविन्द्र यादव ने बताया कि निगम की प्राथमिकता शहर को स्वच्छ और मलबा मुक्त बनाना है। इसके लिए पर्याप्त संसाधन और जनशक्ति लगाई गई है। उन्होंने कहा कि बसई प्लांट में मलबे को वैज्ञानिक तरीके से प्रोसेस कर पर्यावरण हितैषी उत्पादों में परिवर्तित किया जा रहा है।
नगर निगम के इस अभियान से न केवल शहर की सूरत निखरेगी, बल्कि नागरिकों को भी स्वच्छ और बेहतर वातावरण मिलेगा। निगम ने जनता से अपील की है कि वे भी इस प्रयास में सहयोग करें और मलबा प्रबंधन संबंधी नियमों का पालन करें।