भारत की आत्मा हमारी संस्कृति है : डॉ जगबीर सिंह
हम सब राष्ट्र के लिए जीना सीखें : प्रो दीप्ति धर्माणी
भिवानी, (ब्यूरो): भारत जगत गुरु था,जगत गुरु है और जगत गुरु रहेगा। हमारी संस्कृति विश्व में सर्वश्रेष्ठ है और यह राष्ट्र की आत्मा है। यह विचार हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष एवं राज्य सूचना आयुक्त डॉ जगबीर सिंह ने चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय की एनएसएस सेल के सौजन्य से 57 वें एनएसएस दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कहे। डॉ जगबीर सिंह ने कहा कि हमारा इतिहास बहुत गौरवशाली रहा है लेकिन हमें हमारा गौरवशाली इतिहास पढ़ाया ही नहीं गया था। विदेशी आक्रांताओं ने हमारी शिक्षा और संस्कृति को तहस नहस करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। 1857 से 1947 तक देश को विदेशी आक्रांताओं से आजादी दिलाने में साढ़े सात लाख वीरों ने अपना बलिदान दिया है। विश्वविद्यालय की उपकुलपति प्रो दीप्ति धर्माणी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हमें देशहित में सोचना चाहिए। सभी एनएसएस वालेंटियर्स और प्रोग्राम ऑफिसर मिलकर भिवानी शहर में स्वच्छता अभियान चलाकर इसकी कायाकल्प कर एक नई पहल कर सकते हैं। कुलगुरु ने कहा कि राष्ट्र मात्र एक भौगोलिक इकाई मात्र नहीं बल्कि यह एक संवेदना है,एक भावना है।हमारी पहचान राष्ट्र से है। हम सच्ची भावना से राष्ट्र हित में कार्य करें। हम अपने कर्म को ही अपना धर्म मानें और राष्ट्र देवो भव की भावना से सच्चे मन से अपना कर्म करें। इस अवसर पर डॉ ऋषिपाल,डॉ कामना कौशिक,डॉ दीपक कुमारी,डॉ समुंदर,डॉ पूनम जोगपाल,निशा, डॉ यशवंती,डॉ मान सिंह,डॉ संजय,डॉ तरुणा,डॉ रेनू सहित संबंधित महाविद्यालयों के प्रोग्राम ऑफिसर एवं स्वयं सेवक उपस्थित रहे।




