न्यूज़ डेस्क हरियाणा । सोनीपत । हि.स. । हरियाणा के सोनीपत में पटेल नगर निवासी रोडवेज बस चालक राजबीर की दिवाली की रात को हत्या किए जाने के बाद वीरवार को उनके शव का सोनीपत में गमगीन माहौल में अंतिम किया गया। उनके बड़े बेटे अमित ने उनके शरीर को मुखाग्नि दी। चालक की हत्या के बाद परिवार को नौकरी, आर्थिक मदद व आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रोडवेज यूनियन ने चक्का जाम कर दिया था। देर शाम मांगों पर सहमति के बाद परिजनों ने अंबाला कैंट बस स्टैंड से शव लिया था।
मूलरूप से सोनीपत के गांव नांदनौर फिलहाल पटेल नगर निवासी राजबीर (54) हरियाणा रोडवेज में चालक थे। उनके पास तीन बच्चे है। जिसमें बड़े बेटे और बेटी विवाहित है। उनके बड़े बेटे अमित बैंक में कार्यरत है। चालक राजबीर दिवाली की रात को अंबाला कैंट बस स्टैंड की पार्किंग में थे। जहां कहासुनी होने पर कार सवार युवकों ने उन पर हमला किया था। राजबीर की गंभीर हालत को देखते हुए चंडीगढ़ रेफर किया गया था। जहां उनकी मौत हो गई थी। परिजन रात को ही उनका शव लेकर सोनीपत पहुंच गए थे। जहां पर वीरवार को पटेल नगर के शमशान घाट में उनका अंतिम संस्कार कर दिया। बड़े बेटे अमित ने उनके शरीर को मुखाग्नि दी।
परिजनों व रोडवेज यूनियन ने सरकार से 50 लाख रुपये मुआवजा और ग्रुप-सी में नौकरी की मांग की थी। इसे लेकर मंगलवार रात 12 बजे से हरियाणा रोडवेज यूनियन ने प्रदेशभर में चक्का जाम कर दिया था। जिस पर बुधवार शाम को परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा के साथ हुई वार्ता में 15 लाख मुआवजा, ग्रुप-सी में मैकेनिकल विभाग में नौकरी देने पर सहमति जताई गई थी।