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कोका-पेप्सी संभल जाओ! अंबानी का कैम्पा लेकर आ रहा है झटका, 8000 करोड़ से हिलेगा बाजार

कोका-कोला और पेप्सी जैसे इंटरनेशनल दिग्गजों के लिए अब खतरे की घंटी बज चुकी है और ये खतरा कहीं और से नहीं, बल्कि भारत के सबसे बड़े बिज़नेस टाइकून मुकेश अंबानी की तरफ से आ रहा है. कैम्पा कोला जब से भारत में रिलॉन्च हुआ है इसने कोका कोला और पेप्सी जैसे दिग्गज ब्रांड्स के पसीने छुड़ा रखे हैं. अब मुकेश अंबानी कोला और पेप्सी को 8000 करोड़ का तगड़ा झटका देने के लिए एकदम तैयार हैं.

दरअसल, इस बार कैम्पा कोई पुरानी याद नहीं, बल्कि रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) का नया हथियार है और इसका निशाना है भारत का 60,000 करोड़ रुपये का सॉफ्ट ड्रिंक मार्केट. आइए जानते हैं मुकेश अंबानी क्या है मुकेश अंबानी का 8000 करोड़ का प्लान?

क्या है अंबानी का 8000 करोड़ वाला गेम?

कोका-कोला और पेप्सी जैसी ग्लोबल दिग्गजों को अब भारत में घरेलू चुनौती का सामना करना पड़ सकता है और वो भी किसी आम ब्रांड से नहीं, बल्कि मुकेश अंबानी की कैम्पा कोला से. रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) ने अपने सॉफ्ट ड्रिंक बिजनेस में 8000 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया है, जिससे भारत का शीतल पेय बाजार पूरी तरह से नया रूप ले सकता है. दरअसल, रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) अगले 12 से 15 महीनों में अपने शीतल पेय कारोबार, खासकर कैम्पा ब्रांड, में 6,000 से 8,000 करोड़ रुपये तक का निवेश करने जा रही है. यह कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा कैपेक्स (capital expenditure) प्लान है, और यह सीधे तौर पर सिर्फ Coke या Pepsi नहीं, बल्कि देशभर के लो-कॉस्ट रीजनल ब्रांड्स को भी टक्कर देगा.

कैसे बदलेगा बाजार का गेम?

8000 करोड़ रुपये का निवेश अगले कुछ वर्षों में किया जाएगा, जिसमें मैन्युफैक्चरिंग, डिस्ट्रीब्यूशन, ब्रांडिंग और मार्केटिंग शामिल है. RCPL भारत के हर छोटे-बड़े कस्बे और शहर में कैम्पा को बोतल-बोतल पहुंचाने की योजना बना रहा है. इस डील के जरिए रिलायंस न सिर्फ कंज्यूमर मार्केट में अपना पैर मजबूत करेगा, बल्कि B2B और आउटलेट चेन को भी कैम्पा से जोड़ने का प्रयास करेगा.

रिलायंस कंज़्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) ने अपने सॉफ्ट ड्रिंक कारोबार को देश के हर कोने तक पहुंचाने का बीड़ा उठा लिया है. फरवरी में कंपनी ने असम के गुवाहाटी में स्थानीय साझेदार Jericho Foods and Beverages LLP के साथ मिलकर एक प्लांट शुरू किया है, जो नॉर्थईस्ट राज्यों में कोल्ड ड्रिंक्स और पानी की सप्लाई करेगा. इसके अलावा, एक नया प्लांट बिहार में भी बन रहा है. RCPL अब सिर्फ कैम्पा कोला तक सीमित नहीं है. इसके बिवरेज पोर्टफोलियो में शामिल हैं.Campa Cola, Orange और Lemon, Sosyo सॉफ्ट ड्रिंक्स, Spinner स्पोर्ट्स ड्रिंक, Sun Crush जूस, RasKik (फ्रूट-बेस्ड हाइड्रेशन), Independence ब्रांड का पानी शामिल है.

18 प्लांट्स, सब को-इनवेस्टमेंट मॉडल पर

अब तक कैम्पा और अन्य ड्रिंक्स 18 प्लांट्स में बन रहे हैं, जो सभी को-इनवेस्टमेंट मॉडल पर आधारित हैं. यानी, रिलायंस लोकल पार्टनर्स के साथ मिलकर इन फैक्ट्रियों में उत्पादन कर रही है. रिलायंस कंज़्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) अपने ब्रांड्स को लेकर बड़े सपने देख रही है, लेकिन फिलहाल ये ब्रांड्स चुनिंदा बाज़ारों तक ही सीमित हैं. कंपनी की तरफ से इस पर पूछे गए सवालों का अब तक कोई जवाब नहीं मिला है.

अंबानी की प्लानिंग

लेकिन कंपनी की योजना बिल्कुल स्पष्ट है मार्च 2027 तक अपने सभी प्रोडक्ट्स को देशभर में उपलब्ध कराना. इतना ही नहीं, 2026 के मार्च तक बीवरेज जैसे प्रमुख सेगमेंट में 70% बाज़ार तक पहुंचने का लक्ष्य है. ये बात इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में RCPL के डायरेक्टर टी. कृष्णकुमार के हवाले से कही गई है.

600 मिलियन ग्राहकों पर सीधा फोकस

RCPL की रणनीति बेहद खास है कंपनी देश के उन 600 मिलियन उपभोक्ताओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जो आमतौर पर मिड या लोअर-इनकम सेगमेंट से आते हैं. यही नहीं, रिलायंस मोहल्ले की किराना दुकानों के साथ नजदीकी संबंध बनाकर उन्हें मौजूदा लागत पर बेहतर मुनाफा दे रही है, ताकि उसकी सप्लाई चैन तेज़ और मज़बूत हो.

प्राइस वॉर से दिया झटका

RCPL ने अपने सॉफ्ट ड्रिंक्स, स्पोर्ट्स ड्रिंक, हाइड्रेशन और जूस जैसे उत्पादों की कीमतें कोका-कोला, पेप्सीको, टाटा कंज़्यूमर और डाबर जैसे बड़े खिलाड़ियों से 20-40% तक कम रखी हैं.

थिंक टैंक ICRIER के अनुसार, भारत की बेवरेज इंडस्ट्री जिसमें कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स, जूस और पैकेज्ड पानी शामिल हैं वर्तमान में लगभग ₹67,000 करोड़ का है और 2030 तक इसके ₹1.47 लाख करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है.

इस तेजी से बढ़ते बाजार में मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस कंज़्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) ने भी बड़ी छलांग लगाई है. वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में RCPL ने ₹11,500 करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया है. इसमें खास बात ये है कि ‘कैम्पा’ और ‘इंडिपेंडेंस’ जैसे दो प्रमुख ब्रांड्स की सेल्स अकेले ₹1,000 करोड़ के पार चली गई हैं.

कंपनी की ताज़ा अर्निंग रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले फाइनेंशियल ईयर में इन ब्रांड्स की मौजूदगी देशभर में 10 लाख से ज्यादा दुकानों तक पहुंच चुकी है.

Pepsi और Coke को लगेगा तगड़ा झटका?

भारत का सॉफ्ट ड्रिंक बाजार करीब 60,000 करोड़ रुपये का है और अब तक यहां पर PepsiCo और Coca-Cola का 80% से ज्यादा कब्जा है. लेकिन रिलायंस जैसे सुपर डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और किफायती दामों वाले प्रोडक्ट्स के आने से इस एकाधिकार में दरार पड़ सकती है.जिस रफ्तार से बाजार बढ़ रहा है और RCPL ब्रांड्स विस्तार कर रहे हैं, उसे देखते हुए अंबानी का यह घरेलू बेवरेज साम्राज्य आने वाले वर्षों में कोका-कोला और पेप्सी जैसी दिग्गज कंपनियों को कड़ी टक्कर दे सकता है.

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