वंचित स्टूडेंट्स के लिए प्रोजेक्ट उड़ान लॉन्च, फाउंडेशनल लर्निंग प्रोग्राम की मदद से बच्चे फिर जा पाएंगे SCHOOL
यहां, प्री-स्कूल और आउट-ऑफ-स्कूल बच्चों को स्कूल-रेडी बनाने में मदद की जाएगी, और कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को फ़ाउंडेशनल लिटरेसी और न्यूमरेसी स्किल्स सिखाई जाएंगी। यहां बच्चों की माताओं को उनके अध्ययन में सक्रिय हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित भी किया जाएगा।
लॉरिआल इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर, असीम कौशिक ने कहा कि लॉरिआल उन समुदायों को अपना योगदान देने के लिए समर्पित है, जहां ये व्यवसाय करता है। भविष्य की पीढ़ियों को सशक्त बनाना हमारी इस प्रतिबद्धता का प्रमाण है। शिक्षा प्रगति और सशक्तिकरण का एक शक्तिशाली माध्यम है। लॉरिआल इंडिया के प्रोजेक्ट उड़ान का उद्देश्य वंचित बच्चों को औपचारिक शिक्षा में लाना है, ताकि वो अपनी पूरी क्षमता का विकास करके अपना भविष्य उज्जवल बना सकें। प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन की प्रतिबद्धता और विशेषज्ञता इस उद्देश्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। प्रोजेक्ट उड़ान के अगले चरण में चाकन, महाराष्ट्र में हमारे प्लांट के पास एक और शिक्षा केंद्र खोला जाएगा।
इस अभियान के अंतर्गत लॉरिआल इंडिया हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र के 4000 बच्चों को सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है, और इसका उद्देश्य 2030 तक भारत में 30,000 बच्चों तक पहुंचना है। प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन की सीईओ, डॉ. रुक्मिणी बनर्जी ने कहा कि हम लॉरिआल इंडिया के साथ अपनी साझेदारी और बद्दी एवं चाकन में एक नए प्रोजेक्ट शुरुआत को लेकर बहुत उत्साहित हैं। इस अभियान के अंतर्गत बच्चों को स्कूल के लिए तैयार करने और स्कूल में पहले से पढ़ रहे बच्चों के कौशल को मजबूत बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, ताकि उन्हें जीवन में सफल होने के लिए आधार मिल सके।