नीमा हरियाणा द्वारा पहली क्रेडिट पॉइंट सीईएम का सफल आयोजन नीमा हरियाणा की महिला शाखा अध्यक्ष डा अंजु फोगाट ने भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध मे संप्लित ना होने की दिलाई शपथ
सीएमई ने आयुर्वेदिक चिकित्सकों को चिकित्सा पद्धति में नवीनतम ज्ञान से किया लैस : डा. आरबी गोयल
भिवानी,(ब्यूरो): हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, हिमाचल और उत्तराखंड के 600 से अधिक चिकित्सकों की भागीदारी के साथ नीमा हरियाणा ने पानीपत में अपनी पहली राष्ट्रीय स्तर की क्रेडिट पॉइंट कंटीन्यूइंग मेडिकल एजुकेशन (सीएमई) का सफलतापूर्वक आयोजन किया। केंद्रीय भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार राज्य के सभी पंजीकृत बीएएमएस (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) डॉक्टरों को अपने लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए क्रेडिट पॉइंट प्राप्त करने होते हैं। यह सीएमई इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए आयोजित की गई थी। यह जानकारी देते हुए नीमा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं वर्तमान प्रदेश पैटर्न डा. आरबी गोयल ने बताया कि सीएमई हरियाणा में आयुर्वेदिक चिकित्सकों के लिए एक मील का पत्थर साबित हुई, जिसने ना केवल उन्हें आवश्यक क्रेडिट पॉइंट प्रदान किए बल्कि उन्हें अपनी चिकित्सा पद्धति में नवीनतम ज्ञान से भी लैस किया। कार्यक्रम के दौरान नीमा हरियाणा की महिला शाखा अध्यक्ष डा. अंजु फोगाट ने भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध मे संप्लित ना होने की शपथ दिलाई। इस मौके पर नीमा हरियाणा के अध्यक्ष डा. विश्वजीत सिंह फोगाट ने इस पहल के पीछे के उद्देश्य को साझा करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम चिकित्सकों को चिकित्सा पद्धति में हो रही नवीनतम खोजों और समय-समय पर हो रहे बदलावों से अवगत कराते हैं। उन्होंने बताया कि यह चिकित्सकों और उनके मरीजों दोनों के लिए फायदेमंद होगा। डा. फोगाट ने यह भी घोषणा की कि नीमा हरियाणा राज्य के विभिन्न हिस्सों में ऐसी और सीएमई का आयोजन करेगा, और अगली सीएमई फरीदाबाद में 800 डॉक्टरों के लिए आयोजित करने का प्रस्ताव पहले ही भेजा जा चुका है। इस महत्वपूर्ण आयोजन में कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया और अपने विचार साझा किए। एनसीआईएसएम के बोर्ड ऑफ एथिक्स के पूर्व अध्यक्ष प्रो. वैद्य राकेश शर्मा ने एनसीआईएसएम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए चिकित्सकों को नियमों के अनुसार काम करने का संदेश दिया। गुरु रविदास आयुर्वेद विश्वविद्यालय, पंजाब और आयुर्वेदिक बोर्ड, पंजाब के रजिस्ट्रार डा. संजीव गोयल ने समय पर पंजीकरण और सीएमई के बारे में जागरूक रहने पर जोर दिया। भारतीय चिकित्सा परिषद हरियाणा के अध्यक्ष डा. दिनेश अग्रवाल और रजिस्ट्रार डा. दिनेश शर्मा ने भी अपने व्याख्यान दिए और हर संभव सहायता और सहयोग का आश्वासन दिया। इस सीएमई में प्रतिष्ठित चिकित्सकों ने व्याख्यान दिए, जिनमें डा. एपी नायक प्रिंसिपल, महिला आयुर्वेदिक कॉलेज, खानपुर, डा. शंभू दयाल शर्मा विभागाध्यक्ष, बाल रोग, श्री कृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, डा. आशु विनायक विभागाध्यक्ष, ईएनटी श्री कृष्णा आयुष विश्वविद्यालय और डा. सचिन कुमार प्रोफेसर शरीर रचना श्री कृष्णा आयुष विश्वविद्यालय शामिल थे। उन्होंने उपस्थित चिकित्सकों को नई चिकित्सा तकनीकों और विधाओं से परिचित कराया। कार्यक्रम का संचालन नीमा हरियाणा के महासचिव डा. विनय बंसल ने किया, जिन्होंने सभी अतिथियों का परिचय कराया। इस अवसर पर नीमा हरियाणा महिला शाखा की अध्यक्ष डा. अंजू फोगाट, सचिव डा. परमिंदर कौर, कोषाध्यक्ष डा. मंजू चौधरी, डा. बरिता अग्रवाल, डा. मीनू बंसल, डा. मंजू मुल्तानी, डा. सोम्या ने मंच व्यवस्था को सुचारू रूप से नियंत्रित किया। इस अवसर पर नीमा हरियाणा के कोषाध्यक्ष डा. ऋषिपाल ने पूरे कार्यक्रम को डा. दीपक गुप्ता, डा. उनुस सलीम, डा. संदीप गर्ग, डा. यदवेंदर त्यागी, डा. तरुण मुल्तानी, डा. शिव मुल्तानी, डा. आशीष, डा. शुभम के साथ संभाला। नीमा भिवानी जिला शाखा अध्यक्ष डा. राजेश शर्मा, डा. देवेंद्र चौहान, सरिता चौहान, अंकुर गिरधर, उमेश शर्मा, नवीन अंचल, रोहित कौशिक, मनोज दादरवाल, धर्मवीर भारद्वाज व अन्य 23 सदस्यो ने संगोष्ठी मे हिस्सा लिया।




