भिवानी। अब प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों को मिलने वाले मिड-डे-मील के लिए आवश्यक सामग्री की आपूर्ति हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचएआइसीएल) द्वारा की जाएगी। इस संबंध में शिक्षा विभाग और एचएआइसीएल के बीच औपचारिक अनुबंध हुआ है। मौलिक स्कूल शिक्षा निदेशालय ने पत्र जारी कर सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को समझौते की जानकारी भेज दी है।
निर्देशों के अनुसार बाल वाटिका से लेकर कक्षा आठ तक के विद्यार्थियों के लिए मिड-डे-मील तैयार करने में उपयोग होने वाली सभी सामग्री अब एचएआइसीएल से ही खरीदी जाएगी। विभाग का यह एग्रीमेंट छह अगस्त 2026 तक मान्य रहेगा जिसे निदेशक मौलिक शिक्षा तथा प्रबंध निदेशक हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन लिमिटेड पंचकूला के बीच अंतिम रूप दिया गया है। नई व्यवस्था के तहत आवश्यक सामग्री सीधे विद्यालयों तक पहुंचाई जाएगी।
पहले यह सामग्री अन्य एजेंसियों से ली जाती थी जिसके चलते कई बार समय पर आपूर्ति न होने की शिकायतें सामने आती थीं। विभाग का मानना है कि नई प्रक्रिया से न केवल सामग्री की गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि समय पर उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा सकेगी। मौलिक शिक्षा महानिदेशक द्वारा सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को एग्रीमेंट की प्रति भी भेजी गई है।
जिले में लगभग 38,000 बच्चों को मिल रहा भोजन
जिले के राजकीय स्कूलों में बाल वाटिका से आठवीं कक्षा तक लगभग 38, 000 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इन सभी को दोपहर में मिड-डे-मील उपलब्ध करवाया जाता है। भोजन तैयार करने के लिए स्कूलों में कुक नियुक्त हैं तथा अलग-अलग दिनों में अलग सामग्री परोसी जाती है।
राजकीय विद्यालयों में मिड-डे-मील राशन की सामग्री पहुंचाने का काम हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। जिसमें विद्यार्थियों के लिए पोषण युक्त खाद्य सामग्री पहुंचाई जाएगी। इसके लिए निदेशालय द्वारा निर्देश दिए गए है।