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दिल के अरमां आंसुओं में बह गए – घोड़ी नहीं चढ़ सका 75 साल का दूल्हा

75 वर्षीय राम सजीवन नाई की पत्नी की तकरीबन एक दशक पहले मौत हो चुकी है

न्यूज़ डेस्क राजस्थान। बांदा। 75 साल के दूल्हे के अरमान उस समय आंसुओं में बह गए, जब बिचौलिये और लड़की पक्ष ने घर से दुल्हन लाने के लिए बारात लेकर निकल चुके दूल्हे पक्ष को दुल्हन पक्ष की ओर से बारात लाने से मना कर दिया गया तो दूल्हे के अरमानों पर पानी फिर गया। यह घटना अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। दरअसल रिसौरा गांव में रहने वाले 75 वर्षीय राम सजीवन नाई की पत्नी की तकरीबन एक दशक पहले मौत हो चुकी है। 40 वर्षीय एवं 35 वर्षीय विवाहित बेटों के बाप राम सजीवन नाई को गांव के ही कोटेदार श्याम चौबे ने मजाक करते हुए शादी के लिए राजी कर लिया था। बीते दिनों राम सजीवन के घर में उसके बच्चों एवं रिश्तेदारों द्वारा उसकी शादी की सभी रस्में पूरी कराई गई। इसके बाद बीते दिन धूमधाम के साथ गांव में बैंडबाजे की सुरीली धुनों के बीच उसे घोड़ी पर बैठकर गांव में घुडचढ़ी भी की गई।

घर से जैसे ही 75 साल के दूल्हे ने बारातियों को साथ लेकर म्योढी गांव जाने के लिए घर से बाहर कदम निकाला, तभी गांव के बाहर सभी लोगों को इकट्ठा करते हुए बिचोलिया बने श्याम चौबे एवं उसके बेटे अवध बिहारी चौबे ने बताया कि दुल्हन समेत उसके परिजन अभी शादी से इनकार कर रहे हैं। इसलिए बारात नहीं जाएगी। यह बात सुनते ही दूल्हे के पैरों तरह की जमीन खिसक गई। काफी देर तक गांव के बाहर इसे लेकर हो हल्ला होता रहा। अंत में दूल्हे को गाड़ी से उतारकर जब उसके घर भेजा गया तो वह भारी मन और नम आंखों के साथ अपने घर लौटा। उधर बाराती भी शादी की दावत उडाने के लिये बारात में जाने से पहले ही मायूस होकर अपने-अपने घर चले गए। अब 75 वर्षीय दूल्हे की यह शादी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है।

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