बरसाती पानी की निकासी के खोखले दावों का खामिया भुगत रहे आमजन: मुकेश ढ़ाणीमाहु
भिवानी, (ब्यूरो): इस साल की बेतहाशा बारिश ने पूरे देश में जन-जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, जिससे लोग भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। जिला में हालात इतने बदतर हो गए हैं कि लोगों को अपने घर छोडकऱ सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है। वहीं जिन किसानों ने फसलें उगाने के लिए दिन-रात मेहनत की थी, उनकी सारी मेहनत पर पानी फिर गया है। युवा कांग्रेस नेत्री एडवोकेट मुकेश ढ़ाणीमाहु व अधिवक्ता अरूण ने सरकार और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि पानी की निकासी के सभी सरकारी दावे खोखले साबित हुए हैं और इसका खामियाजा गरीब जनता और किसान भुगत रहे हैं। उन्होंने कहा कि बारिश से सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ी है। गांव सांगवान, रिवासा, मिराण, अलखपुरा दांग कलां व खुद सहित अनेक गांवों खेतों में पानी भर जाने से किसानों की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। एडवोकेट मुकेश ढ़ाणीमाहु ने सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि हर साल बारिश से पहले सरकार पानी निकासी के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन बारिश होते ही उनकी पोल खुल जाती है। उन्होंने कहा कि यह सरकार की नाकामी है कि वह समय रहते जल निकासी के प्रबंध नहीं कर पाई। अगर सरकार ने पहले ही नालों और नहरों की सफाई करवा दी होती तो आज यह स्थिति नहीं होती। उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द पानी निकासी के प्रबंध करने चाहिए ताकि लोग अपने घरों में वापस जा सकें। इसके साथ ही उन्होंने प्रभावित किसानों को 50 हजार रूपये प्रति एकड़ का मुआवजा देने और आम जनता को उनके घरों के नुकसान के लिए उचित मुआवजा देने की भी मांग की है।




