हाथों में मेहंदी लगाए इंतजार करती रही दुल्हन, दूल्हे ने किया एक फोन और नहीं आई बारात… आखिर क्यों?
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. मुजफ्फरनगर के भोपा क्षेत्र में एक लड़के के परिवार वालों ने ऐन वक्त पर ऐसी डिमांड रखी जिसे लड़की का गरीब पिता पूरा नहीं पाया. इसके बाद वर पक्ष ने शादी ही तोड़ दी. दुल्हन की मां ने पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक लड़के वालों ने सगाई में बाइक नहीं देने से नाराज होकर बरात नहीं लेकर आए और शादी तोड़ ली. पुलिस ने बताया कि गांव छछरौली निवासी महिला सरोज ने प्रार्थना पत्र में बताया कि दो महीने पहले पुरकाजी थाना क्षेत्र के एक गांव के युवक से उनकी बेटी की शादी तय हुई थी. उन्होंने कहा कि 4 नवंबर को शादी थी, जिसके लिए बैंक्वेट हॉल बुक हो गया था. साथ ही रिश्तेदारी और पड़ोस के लोगों को शादी के कार्ड आदि भी बांट दिए गए थे.
लड़की की मां ने लगाए ये आरोप
लड़की की मां सरोज ने प्रार्थना पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि तीन नवंबर को दोनों की सगाई थी. ऐसे में जब उनका परिवार सगाई की सभी रस्में करके जब घर वापस लौटा तो शाम को युवक का उनकी बेटी को फोन आया और उसने शादी तोड़ने की बात कही. सरोज ने बताया कि युवक ने उनकी लड़की से कहा कि उसके घर वालों ने उसे सगाई में बुलेट बाइक नहीं दी है, इस वजह वो शादी नहीं करेगा. सरोज ने भोपा थाने पर प्रार्थनापत्र देकर कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने बताया कि मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
पहले भी आ चुके हैं ऐसे मामले
इससे पहले संभल जिले से भी ऐसी ही हैरान करने वाला मामला सामने आया था. लड़के के परिवार वालों ने शादी के दिन ऐन वक्त पर ऐसी डिमांड रखी, जिसे पूरा न कर पाने वाले पर उन्होंने शादी तोड़ दी. जानकारी के मुताबिक युवक के परिवार वालों ने शुरुआत में महिला के परिवार वालों से शादी में 50 लोगों की बारात लाने की बात कही थी, लेकिन शादी से दो दिन पहले लड़के वालों ने दहेज में कार और 50 की जगह 500 लोगों की बारात लाने की बात कही. ऐसे में लड़की का गरीब परिवार इसे पूरा नहीं कर पाया और युवक ने शादी तोड़ दी.